एआर रहमान (फाइल फोटो)
मुंबई:
संगीतकार एआर रहमान को अपने संगीत के माध्यम से एशियाई संस्कृति में उत्कृष्ट योगदान के लिए जापान के शीर्ष ग्रांड फुकुओका पुरस्कार 2016 का विजेता घोषित किया गया है। पुरस्कार समारोह के तहत रहमान को ‘फ्रॉम द हार्ट - द वर्ल्ड ऑफ ए आर रहमान्स म्यूजिक’ विषय पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। फुकुओका पुरस्कार समिति के सचिवालय ने 49 साल के रहमान को फिलिपीन के इतिहासकार अमेठ आर ओकांपो (अकादमिक पुरस्कार) और पाकिस्तान की यास्मीन लारी (कला और संस्कृति पुरस्कार) के साथ सम्मान के लिए चुना है।
1990 में की गई थी इस पुरस्कार की स्थापना
जापान के फुकुओका शहर में 1990 में इस सालाना पुरस्कार की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य एशिया की अनोखी और विविधतापूर्ण संस्कृति को संरक्षित रखने और प्रोत्साहित करने के लिए काम करने वाले लोगों, संगठनों और समूहों के उत्कृष्ट कार्य को सम्मानित करना है। रहमान ने मणि रत्नम की तमिल फिल्म ‘रोजा’ के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘रंगीला’ से उनका हिंदी सिनेमा से परिचय हुआ।
इन फिल्मों में जगाया संगीत का जादू
‘बॉम्बे’, ‘दिल से’, ‘ताल’, ‘लगान’, ‘रंग दे बसंती’, ‘दिल्ली 6’, ‘रॉकस्टार’, ‘हाईवे’ और ‘तमाशा’ सहित बहुत सी फिल्मों में रहमान ने अपने संगीत का जादू जगाया। डैनी बॉयल की ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के गीत ‘जय हो’ से रहमान ने हॉलीवुड में अपने संगीतमय करियर की शुरुआत की। इस गीत ने दो एकेडमी अवॉर्ड और एक गोल्डन ग्लोब ट्राफी जीती।
1990 में की गई थी इस पुरस्कार की स्थापना
जापान के फुकुओका शहर में 1990 में इस सालाना पुरस्कार की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य एशिया की अनोखी और विविधतापूर्ण संस्कृति को संरक्षित रखने और प्रोत्साहित करने के लिए काम करने वाले लोगों, संगठनों और समूहों के उत्कृष्ट कार्य को सम्मानित करना है। रहमान ने मणि रत्नम की तमिल फिल्म ‘रोजा’ के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘रंगीला’ से उनका हिंदी सिनेमा से परिचय हुआ।
इन फिल्मों में जगाया संगीत का जादू
‘बॉम्बे’, ‘दिल से’, ‘ताल’, ‘लगान’, ‘रंग दे बसंती’, ‘दिल्ली 6’, ‘रॉकस्टार’, ‘हाईवे’ और ‘तमाशा’ सहित बहुत सी फिल्मों में रहमान ने अपने संगीत का जादू जगाया। डैनी बॉयल की ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के गीत ‘जय हो’ से रहमान ने हॉलीवुड में अपने संगीतमय करियर की शुरुआत की। इस गीत ने दो एकेडमी अवॉर्ड और एक गोल्डन ग्लोब ट्राफी जीती।