नई दिल्ली:
डायरेक्टर अनुराग कश्यप, संजय लीला भंसाली के साथ जयपुर में हुई घटना के विरोध में खड़े होने वाले फिल्मी लोगों में से एक हैं. लेकिन इसके लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया और उन्हें काफी बुरा-भला कहा गया. खुद को सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले लोगों पर अनुराग कश्यप जमकर बरसे हैं. अनुराग ने फेसबुक पोस्ट करते हुए लिखा, ' आपकी यह भीड़ मुझे डरा नहीं सकती.' अनुराग ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैंने हमेशा से सवाल करना सीखा है और मैं अपने सवाल करने के अधिकार का हमेशा इस्तेमाल करुंगा.
अनुराग कश्यप ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ' मैं कई मुद्दों पर तब से अवाज उठा रहा हूं जब से यह बिना चेहरे और आवाज की लोग सोशल मीडिया पर एक भीड़ बन कर नहीं होते थे. फर्क नहीं पड़ता आप क्या कहते हैं या करते हैं, आप मुझ पर मौखिक या शारीरिक हमले कर सकते हैं, मैं हमेशा उसके विरोध में आवाज उठाउंगा जो मुझे सही लगती हैं.'
अनुराग ने अपने इस पोस्ट में कहा, 'मैंने हमेशा से सरकार चलाने वाले लोगों से सवाल करना सीखा है और मैं जब एक छात्र था, तब से यह कर रहा हूं. उस वक्त वी. पी. सिंह प्रधानमंत्री थे.' मुझे सिखाया गया है कि आपका प्रधानमंत्री देश का प्रमुख होता है, जिससे आप सवाल पूछ सकते हैं, जवाब मांग सकते हैं और बहस कर सकते हैं लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि उसे आपने चुना है और वह आपके भले के लिए काम करता है. लेकिन अगर किसी को प्रधानमंत्री से डरना पड़े तो यह दुखद है. आप सम्मान किसी से ले नहीं सकते, वह आपको अर्जित करना पड़ता है.
कश्यप ने लिखा, 'मैं अपने संविधान, अपने अधिकार और अपनी आजादियों में भरोसा करता हूं.
बता दें कि संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म 'पद्मावती' के सेट पर राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली पर फिल्मांकन में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए फिल्म के सेट पर हमला कर दिया, भंसाली के साथ मारपीट की, उनके बाल खींचे और उनके कपड़े फाड़ दिए. इस हमले के बाद फिल्म जगत से भंसाली के पक्ष में बोलने वाले लोगों में अनुराग एक थे. उन्होंने कहा कि उन्हें स्वयं के राजपूत होने पर शर्म आ रही है.
अनुराग ने कहा कि वह भंसाली का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, "यह मायने नहीं रखता की आप मुझ पर हमले करें या मुझ पर तंज कसें. मुझे जो महसूस होता है, मैं वहीं करूंगा.'
अनुराग कश्यप ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ' मैं कई मुद्दों पर तब से अवाज उठा रहा हूं जब से यह बिना चेहरे और आवाज की लोग सोशल मीडिया पर एक भीड़ बन कर नहीं होते थे. फर्क नहीं पड़ता आप क्या कहते हैं या करते हैं, आप मुझ पर मौखिक या शारीरिक हमले कर सकते हैं, मैं हमेशा उसके विरोध में आवाज उठाउंगा जो मुझे सही लगती हैं.'
अनुराग ने अपने इस पोस्ट में कहा, 'मैंने हमेशा से सरकार चलाने वाले लोगों से सवाल करना सीखा है और मैं जब एक छात्र था, तब से यह कर रहा हूं. उस वक्त वी. पी. सिंह प्रधानमंत्री थे.' मुझे सिखाया गया है कि आपका प्रधानमंत्री देश का प्रमुख होता है, जिससे आप सवाल पूछ सकते हैं, जवाब मांग सकते हैं और बहस कर सकते हैं लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि उसे आपने चुना है और वह आपके भले के लिए काम करता है. लेकिन अगर किसी को प्रधानमंत्री से डरना पड़े तो यह दुखद है. आप सम्मान किसी से ले नहीं सकते, वह आपको अर्जित करना पड़ता है.
कश्यप ने लिखा, 'मैं अपने संविधान, अपने अधिकार और अपनी आजादियों में भरोसा करता हूं.
बता दें कि संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म 'पद्मावती' के सेट पर राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली पर फिल्मांकन में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए फिल्म के सेट पर हमला कर दिया, भंसाली के साथ मारपीट की, उनके बाल खींचे और उनके कपड़े फाड़ दिए. इस हमले के बाद फिल्म जगत से भंसाली के पक्ष में बोलने वाले लोगों में अनुराग एक थे. उन्होंने कहा कि उन्हें स्वयं के राजपूत होने पर शर्म आ रही है.
अनुराग ने कहा कि वह भंसाली का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, "यह मायने नहीं रखता की आप मुझ पर हमले करें या मुझ पर तंज कसें. मुझे जो महसूस होता है, मैं वहीं करूंगा.'
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