अभिजीत यादव हत्याकांड : लखनऊ पुलिस मामले की जांच कर रही है
लखनऊ:
इनपुट : आईएनएस
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के बेटे अभिजीत यादव की गला घोटकर हत्या कर देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. हत्या के मामले में उसकी मां को गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक़ आरोपी मां ने अपना जुर्म क़बूल कर लिया है. आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. लखनऊ के हज़रतगंज में अपने घर पर ही अभिजीत का शव मिला था. घरवालों ने बताया कि मौत स्वाभाविक हुई है. इसलिए कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या की बात सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने मां मीरा यादव को गिरफ़्तार कर लिया. पूछताछ में मां ने बताया कि बेटा नशे की हालत में अभद्र व्यवहार कर रहा था इसलिए उसका गला दबा दिया.
12 अहम बातें
- पुलिस अधिकारी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि परिवार ने इसे स्वाभाविक मौत बताया था और किसी भी तरह से जांच कराने पर इनकार कर दिया. लेकिन पुलिस को उनकी बातों शक हुआ तो शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया जिसमें पाया गया कि अभिजीत की मौत गला घोटकर हुई.
- एसपी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि अभिजीत की मां ने कबूलते हुए बताया कि अभिजीत 20 अक्टूबर की रात शराब पीकर आया था और उसने झगड़ा करने लगा और इसी बीच उन्होंने उसका गला दबा दिया. पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है और अब आगे की जांच जारी है.
- इससे पहले खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत उर्फ विवेक की रविवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई है.
- विवेक का शव दारुल शफा के डी ब्लॉक स्थित कमरा नंबर 28 में पाया गया. कमरे में मां और भाई भी मौजूद थे. परिवारीजन दावा कर रहे थे कि रात में सोते वक्त अभिजीत के सीने में तेज दर्द था इसके बाद वह सो गया और सुबह वह बिस्तर पर मृत पाया गया.
- लेकिन पुलिस को शुरू से ही यह मामला संदिग्ध लग रहा था और हाईप्रोफाइल परिवार से जुड़े इस केस में कोई भी कुछ भी कहने से साफ कतरा रहा था.
- विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने दो शादियां की हैं. पहली पत्नी प्रेमा देवी है जो एटा जिले में रहती हैं. उनका बेटा आशीष यादव पूर्व में एटा सदर से विधायक भी रह चुका है.
- दूसरी पत्नी मीरा यादव हैं जो राजधानी के दारुल शफा स्थित बी ब्लाक के कमरा नंबर 137 में अपने दो बेटों अभिषेक यादव उर्फ लक्की व छोटे बेटे विवेक यादव उर्फ अभिजीत यादव उर्फ विक्की रहती हैं.
- परिजनों का कहना था कि विवेक शनिवार रात करीब 11 बजे घर आया था. तब उसने सीने में दर्द की जानकारी मां को दी थी. मां ने सीने में मालिश कर उसे सुला दिया था.
- सुबह जब काफी देर तक अभिजीत नहीं उठा तो मां उसे उठाने पहुंची. शरीर में कोई हरकत न होती देख भाई को भी बुलाया. भाई ने विवेक की नब्ज जांची तो पता चला उसकी मौत हो चुकी थी.
- इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह ने बताया कि विवेक दारुल शिफा के बी ब्लॉक के कमरा नंबर 137 में रहता था.
- परिवार ने किसी पर भी कोई आरोप नहीं लगाया. पुलिस का कहना था कि परिवार की तरफ से कोई तहरीर भी नहीं दी गई और सब लोग यही मानकर चल रहे थे कि विवेक की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई.
- फिलहाल मां के कबूलनामे के बाद भी यह माना जा रहा है कि इस मामले में अभी और भी कई मोड़ आ सकते हैं.
इनपुट : आईएनएस