Sri Lanka Blast: श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों (Sri Lanka Bomb Blast) में 5 भारतीय नागरिकों की भी मौत हुई है. श्रीलंका में गिरजाघरों और पांच-सितारा होटलों में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए आत्मघाती हमलों समेत आठ बम धमाकों में 290 लोगों की मौत हो गयी जबकि करीब 500 अन्य लोग घायल हो गये. दरअसल यह धमाका उस समय हुआ, जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित हुए थे. चर्च के बाहर भीड़ थी. धमाके में कई विदेशी नागरिकों की मौत हुई है. सीरियल बम धमाकों को देखते हुए रविवार को कर्फ्यू लगा दिया गया था. मगर अब सुबह 6 बजे इस कर्फ्यू को हटा दिया गया है. श्रीलंका ने इन आतंकवादी हमलों के मद्देनजर देशव्यापी कर्फ्यू घोषित कर दिया था. इतना ही नहीं, श्रीलंका ने सोशल मीडिया पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे फर्जी खबरों पर रोक लगाई जा सके. हालांकि, इसे लेकर अब तक कोई सूचना नहीं है. वहीं सोमवार की सुबह कोलंबो एयरपोर्ट पर बम मिले, जिसे एयरफोर्स ने निष्क्रिय कर दिया. पुलिस ने कहा कि अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
Sri Lanka Blast की 10 बातें
- लिट्टे के साथ खूनी संघर्ष के खत्म होने के बाद करीब एक दशक से श्रीलंका में जारी शांति भी इस घटना से भंग हो गयी. पुलिस के प्रवक्ता रूवन गुणशेखरा ने बताया कि यह श्रीलंका में हुए अब तक के सबसे खतरनाक हमलों में से एक है. ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने नौ बजे के करीब ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में हुए. कोलंबो के तीन पांच सितारा होटलों - शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया. धमाकों में 290 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है.
- बता दें कि विस्फोटों से 10 दिन पहले देश के पुलिस प्रमुख ने चेतावनी जारी कर कहा था कि आत्मघाती हमलावर ‘अहम गिरजाघरों' को निशाना बना सकते हैं. पुलिस प्रमुख पी. जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को एक गुप्तचर चेतावनी शीर्ष अधिकारियों को भेजी थी. इस अलर्ट में कहा गया था कि एक विदेशी खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि एनटीजे (नेशनल तोहिद जमात) अहम गिरजाघरों और कोलंबो में भारतीय उच्चायोग पर फिदायीन हमले की योजना बना रहा है. एनटीजे श्रीलंका (Sri Lanka) का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है. पिछले साल बुद्ध प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने में इस संगठन का नाम सामने आया था.
- बम विस्फोट की शुरुआत सुबह 8.30 बजे कोलंबो स्थित कोच्चिकाडे के सेंट एंथनी चर्च से शुरू हुई, जहां सैकड़ों लोग ईस्टर की प्रार्थना सभा के लिए जमा हुए थे. इसके बाद पांच और शक्तिशाली विस्फोट हुए, जिनके जरिए तीन आलीशान होटलों और यहां से 30 किलोमीटर दूर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्तियन चर्च, और कोलंबो से पूर्व 250 किलोमीटर दूर बट्टीकलोवा में स्थित जियॉन चर्च को निशाना बनया गया.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका में रविवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों की निंदा करते हुए कहा कि क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस द्वीप राष्ट्र की जनता के साथ है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया,‘श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की निंदा करता हूं. हमारे क्षेत्र में इस प्रकार की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है.' उन्होंने कहा कि भारत एकजुटता से श्रीलंका के लोगों के साथ है. पीएम मोदी ने कहा मारे गए लोगों के परिजन के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं तथा घायलों के लिए हमारी प्रार्थनाएं हैं.
- श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. भारतीय दूतावास की ओर से ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा है 'कोलंबो और बट्टीकालोआ में धमाके की खबरे हैं. हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. मदद या किसी जानकरी के लिए भारतीय नागरिक इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: +94777903082 +94112422788 +94112422789. श्रीलंका के नंबरों के अलावा इन भारतीय नंबरों पर भी संपर्क कर सकते हैं: +94777902082 +94772234176 .
- श्रीलंका के पर्यटन विभाग के चेयरमैन किशु गोम्स ने बताया कि इन धमाकों में 33 विदेशी नागरिक मारे गये हैं. ऐसा माना जा रहा है कि किसी एक संगठन ने ही इन धमाकों को अंजाम दिया है. नेशनल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अनिल जयसिंघे ने 33 में से 12 विदेशी नागरिकों की पहचान की है जिनमें भारत के तीन, चीन के दो तथा पोलैंड, डेनमार्क, जापान, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के एक-एक नागरिक शामिल हैं.
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर तीन भारतीयों की पहचान लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के तौर पर की है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने जानकारी दी है कि नेशनल हॉस्पिटल ने उन्हें तीन भारतीयों की मौत के बारे में सूचित किया है.” इन धमाकों में भारतीय लोगों समेत करीब 500 लोग घायल हुए हैं.
- रविवार को हुए इन धमाकों की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है. गुणशेखरा ने संवाददाताओं को बताया, पुलिस फिलहाल इस बात की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है कि क्या सभी हमले आत्मघाती थे. हालांकि उन्होंने कहा कि नेगोम्बो गिरजाघर में हुए बम धमाके से आत्मघाती हमले के संकेत मिलते हैं.
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो में बताया कि नेशनल हॉस्पिटल ने उन्हें तीन भारतीय नागरिकों की मौत की सूचना दी है. उनके नाम लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश हैं. हम आगे के विवरणों के बारे में पता लगा रहे हैं.'
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं.'' प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इसे ‘‘कायराना हमला'' बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘‘स्थिति को नियंत्रण'' में करने के लिए काम कर रही है.