पीएम मोदी के आज शाम उज्बेकिस्तान पहुंचने की संभावना है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन की बैठक में शामिल होने के लिए आज उज्बेकिस्तान में होंगे. उनके अलावा दो अन्य देशों के नेता भी वहां होंगे, जिनके साथ भारत मुश्किलभरे रिश्ते साझा करता रहा है.
- रूस ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता की घोषणा की है लेकिन संकेत हैं कि चीन और पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं होगी.
- पीएम मोदी के आज शाम उज्बेकिस्तान पहुंचने की संभावना है. कोविड के प्रकोप के बाद यह पहली बार होगा जब ये नेता आमने-सामने होंगे.
- चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग पहले ही समरखंड पहुंच चुके हैं, जहां राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने उनका स्वागत किया.
- बीजिंग और नई दिल्ली दोनों ने इस बात को लेकर सस्पेंस बरकरार रखा है कि SCO मीट के दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति की अलग से बैठक होगी या नहीं?
- हालांकि, दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना नहीं है. एनडीटीवी को पता चला है कि शिखर सम्मेलन के दौरान ही दोनों नेताओं के बीच एक छोटी सी बातचीत संभव है.
- शिखर सम्मेलन से ठीक दो दिन पहले, भारत और चीन ने लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स PP15 से सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है. इससे दोनों नेताओं के बीच संभावित बैठक की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
- राष्ट्रपति पुतिन के एक सहयोगी ने कहा कि दिसंबर में भारत की UNSC अध्यक्षता भी पीएम मोदी के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय चर्चा का विषय होगी. यह अवधि G7 देशों द्वारा रूसी तेल के आयात पर लगे प्रतिबंधों के साथ ही शुरू होगी.
- भारत के लिए, यूक्रेन-रूस युद्ध को देखते हुए यह एक और संतुलनकारी कार्य है. अमेरिका की निगाहें इस बैठक पर टिकी हैं.
- हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने बुधवार को कहा कि उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का शिखर सम्मेलन भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के लिए एक अवसर है कि वे बातचीत कर आपसी मुद्दों को हल करने की दिशा में आगे बढ़ें.
- साल 2020 में कोविड महामारी सामने आने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे.