शनिवार का दिन कांग्रेस ही नहीं बल्कि भारतीय राजनीति के लिए बेहद अहम रहा. राहुल गांधी ने 16 साल तक कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी से पार्टी की कमान ली. इस मौके पर जहां सोनिया गांधी ने कहा कि वह राजनीति से अपने पति और बच्चों को दूर रखना चाहती थीं वहीं राहुल गांधी ने आज कार्यकर्ताओं को साथ आने का आह्वान करते हुए कहा कि आज की राजनीति लोगों को हित में नहीं है. मनमोहन सिंह ने आज के दिन को कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक दिन कहा और सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को पद भार ग्रहण करने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि वह राजनीति से बच्चों को दूर रखना चाहती थीं. उनके बाद मंच पर राहुल गांधी आए जिन्होंने हिन्दी और अंग्रेजी, दोनों, में भाषण दिए. यह पहली बार हुआ कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने का प्रमाणपत्र समारोह पूर्वक दिया गया हो.
अपने पहले भाषण में राहुल गांधी ने कहीं ये 10 खास बातें
- पूरे देश में सिर्फ एक शक्ति है जो इसे रोक सकती है और वह है कांग्रेस का प्यारा कार्यकर्ता... कांग्रेस कार्यकर्ता मेरा परिवार हैं
- हम बीजेपी को अपने भाइयों और बहनों की तरह मानते हैं लेकिन हम उनसे सहमति नहीं रखते हैं
- बीजेपी आवाज दबाती है लेकिन हम लोगों को बोलने देते हैं, वे बदनाम करते हैं लेकिन हम सम्मान करते हैं
- बीजेपी हिंसा की राजनीति कर रही है, मूल्यों को कुचला जा रहा है
- क्रोध और गुस्से की राजनीति से हम लड़ेंगे और उनको हराएंगे
- वो तोड़ते हैं हम जोड़ते हैं, वो गुस्सा करते हैं, हम प्यार करते हैं. वो आग लगाते हैं हम आग बुझाते हैं. एक बार आग लग जाती है तो उसे बुझाना काफी मुश्किल होता है.
- मैं देश के युवाओं से कहना चाहता हूं कि हम काग्रेस को हिंदुस्तान की ग्रैंड ओल्ड एंड यंग पार्टी बनाने जा रहे हैं
- मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि आइये, प्यार का...भाईचारे का हिंदुस्तान बनाते हैं
- मैं चाहता हूं कि कांग्रेस भारत की जनता के साथ संवाद का जरिया बने
- जब मैं 13 साल पहले राजनीति में आया था तो मैं उस जागरूकता का अंग बनना चाहता था जो भारत में बदलाव ला सके और जो लोगों को गरिमा दे सके