व्हिसिल ब्लोअर का खुलासा, यूपी-बिहार के चुनाव में किया काम, राजनीतिक दलों ने मांगी जातिगत जानकारी, 10 बातें

ब्रिटेन के सांसद से वाइली ने मंगलवार को कहा था कि कैंब्रिज एनलिटिका ने भारत में काफी काम किया है और उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस इसका एक ग्राहक रह चुकी है

व्हिसिल ब्लोअर का खुलासा, यूपी-बिहार के चुनाव में किया काम, राजनीतिक दलों ने मांगी जातिगत जानकारी, 10 बातें

व्हिसिल ब्लोअर क्रिस्टोफर वाइली की फाइल

नई दिल्ली: ब्रिटिश संसद में कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर व्हिसिल ब्लोअर क्रिस्टोफर वाइली की गवाही में एक और अहम खुलासा हुआ है. वाइली के मुताबिक एनालिटिका ने भारत में 2010 के बिहार चुनावों में जेडी-यू के साथ काम किया था. फेसबुक डेटा लीक के विसिल ब्लोअर क्रिस्टोफ़र वाइली ने जब ब्रिटिश संसद में गवाही के दौरान बताया कि कैंब्रिज एनालिटिका ने शायद कांग्रेस के लिए काम किया है तब रविशंकर प्रसाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस के लिए चले आए. अब वही शख़्स बता रहा है कि 2010 के बिहार विधानसभा चुनावों में कंपनी ने जेडीयू के साथ काम किया था. अब कांग्रेस हमलावर है.

10 बातें

  1. क्रिस्टोफर वाइली ने बुधवार को कहा कि उसके पूर्व नियोक्ता कैंब्रिज एनलिटिका का भारत से संबंध है और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) समेत कुछ पार्टियों ने 'इच्छित नतीजे' पाने के लिए कंपनी की भारतीय इकाई से चुनावी अध्ययन करवाए थे. वाइली ने कहा कि कैंब्रिज एनलिटिका के मातृ संगठन, एससीएल समूह का मुख्यालय गाजियाबाद के इंदिरापुरम में है और इसका क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरू, कटक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोलकाता, पटना और पुणे में है. 

  2. उत्‍तर प्रदेश चुनाव 2012 :  एससीएल ने एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए जातिगत सर्वे किया था. साथ ही पार्टियों के मुख्य मतदाताओं और बदलने वाले वोटरों के व्यवहार का विश्लेषण भी किया गया था. 2011 के चुनाव से एक साल पहले एससीएल ने 20 करोड़ वोटरों पर जाति आधारित रिसर्च किया था. प्रत्याशियों को दिए डाटा से समर्थकों की लामबंदी आसान हुई.

  3. 2009 आम चुनाव : एससीएल ने कई लोकसभा उम्‍मीदवारों के चुनाव अभियान में मदद की. उम्‍मीदवारों ने एससीएल इंडिया के डाटा का इस्तेमाल किया. 

  4. 2010 बिहार चुनाव: उस वक्‍त की मौजूदा सरकार जेडीयू ने चुनावी रिसर्च व प्लानिंग के लिए एससीएल से संपर्क किया था. इस चुनाव के दौरान एससीएल ने अपने कस्‍टमर को सही ऑडियंस, मैसेज और जातिगत चुनाव प्रचार करने में मदद की थी. 

  5. 2007 यूपी विधानसभा चुनाव: विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख पार्टी के लिए राजनीतिक सर्वे किया था. इसमें एक पूरा राजनीतिक सर्वे किया था. 

  6. 2007 में छह राज्यों में चुनाव : एससीएल ने 2007 में केरल, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में लोगों की समझ और समीकरणों का पता लगाने के लिए एक अभियान में हिस्सा लिया था. 

  7. 2003 में मध्य प्रदेश: एससीएल के दस्‍तावेज के मुताबिक उन्‍होंने नेशनल पार्टी के लिए स्‍वींग वोटर्स (जो अपना वोट बदल सकते हैं) की पहचान की. 

  8. 2003 राजस्थान चुनाव: एक मुख्य राजनीतिक दल ने एससीएल के साथ दो अहम सेवाओं के लिए संपर्क किया. पहला काम था पार्टी की अंदरूनी ताकत जानना और दूसरा मतदाताओं के वोटिंग पैटर्न का पता लगाना. 

  9. कैंब्रिज एनालिटिका में शोध निदेशक रह चुके वाइली(28) ने आरोप लगाया है कि सीए ने ब्रिटेन में वर्ष 2016 में हुए ब्रेक्सिट जनमत संग्रह और 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे को प्रभावित किया. 

  10. ब्रिटेन के सांसद से वाइली ने मंगलवार को कहा था कि कैंब्रिज एनलिटिका ने भारत में काफी काम किया है और उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस इसका एक ग्राहक रह चुकी है.