सीबीएसई के पेपर लीक होने के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं.
नई दिल्ली:
पुलिस ने सीबीएसई पेपर लीक मामले में अभी तक 60 लोग से पूछताछ की है. इतना ही नहीं 10 व्हाट्सएप ग्रुपों के एडमिन भी शामिल हैं. इन पर लीक हुआ प्रश्नपत्र साझा किया गया था. जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि लीक कहां से हुआ. जांच से ताल्लुक रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि ट्यूटरों और छात्रों से पूछताछ की गई और सभी ने कहा कि उन्हें किसी और से पेपर मिले थे. इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि इन पेपरों को साझा करने के लिए पैसे लिए गए हैं.
10 बातें
- 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र और 10वीं की गणित की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र संदिग्ध रूप से लीक होने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा इन विषयों की परीक्षा रद्द करने और उन्हें फिर से कराने के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है.
- शकरपुर निवासी रिपक कंसल द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि बिना जांच कराए सीबीएसई द्वारा फिर से परीक्षा आयोजित करने का कोई औचित्य नहीं है. याचिका में कहा गया है, ‘‘ यह गौर किया गया कि इस वर्ष 16 लाख 38 हजार 428 छात्र 10वीं की परीक्षा और 11 लाख 86 हजार 306 छात्र 12 वीं की परीक्षा (सीबीएसई की) में उपस्थित हुए और इसलिए जिस घटना की जांच चल रही है उसके पूरा हुए बिना छात्र समुदाय को दंडित करना और 28 मार्च 2018 को फिर से परीक्षा का नोटिस जारी करना छात्रों के मूलभूत अधिकारों को प्रभावित करता है और यह स्वेच्छाचारितापूर्ण, अवैध और असंवैधानिक है.’’
- सीबीएसई प्रश्न पत्र लीक मामले में झारखंड के एक निजी कोचिंग केंद्र के दो निदेशकों सहित छह और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि सीबीएसई लीक मामले में दसवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों सहित कल से 12 लोगों को झारखंड के चतरा से गिरफ्तार किया जा चुका है.
- पुलिस ने इस मामले में कल दसवीं कक्षा के छह छात्रों को हिरासत में लिया था. पुलिस ने कहा कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें चार जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र हैं और दो एक निजी कोचिंग केंद्र के निदेशक हैं. पुलिस ने कहा कि 11वीं के एक छात्र को यहां के नवोदय विद्यालय परिसर से गिरफ्तार किया गया. उसने स्कूल के बाथरूम में लीक प्रश्नपत्र के जवाब वाली चिट रखी हुई थी. उन्होंने बताया कि दो छात्र पटना के हैं.
- गणित के पेपर से जुड़ी शिकायत पर बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले लीक के बारे में सीबीएसई अध्यक्ष की आधिकारिक ईमेल आईडी पर एक ई-मेल आया था. उन्होंने बताया कि ईमेल भेजने वाले ने कहा था कि गणित का पेपर व्हाट्सएप पर लीक हो गया है और इसे रद्द किया जाना चाहिए.
- पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन सर्च इंजन से जवाब मिल गया है लेकिन उन्होंने इस पर विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया. इस बीच, पुलिस ने पेपर लीक मामले में अपनी जांच जारी रखी है और इस संबंध में उन्होंने बाहरी दिल्ली के कई स्कूलों और कोचिंग सेंटरों पर पहुंचकर पूछताछ की.
- वहीं सीबीएसई ने सोशल मीडिया पर दिख रहे 12 वीं कक्षा के हिंदी के पर्चे को ‘फर्जी’ बताते हुए लोगों से पर्चे को लेकर अफवाहें ना फैलाने की अपील की. सीबीएसई ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘सोशल मीडिया यानी व्हाट्सऐप, यूट्यूब पर 12वीं कक्षा के हिंदी (चयनात्मक) ( पृथक) विषय की परीक्षा का एक फर्जी प्रश्नपत्र फैलाया जा रहा है.’
- निजी स्कूलों का नेतृत्व करने वाले एक संगठन ने सरकार पर बोर्ड परीक्षाओं को उचित तरीके से करा पाने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के इस्तीफे की मांग की है. ‘नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एलायंस’(एनआईएसए) के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सीबीएसई पेपर लीक बच्चों के लिए ‘तनाव का कारण’ बना है.
- गणित और अर्थशास्त्र की परीक्षा क्रमश: 28 मार्च और 26 मार्च को हुई थी. मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है.यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रहा है.
- दसवीं की गणित और 12वीं की अर्थशास्त्र की दोबारा परीक्षा होने की घोषणा के बाद पूरे देश के छात्र अजीब तरह के संकट से गुजर रहे हैं. किसी की छुट्टियां बीताने की योजना पर पानी फिर गया तो किसी के अन्य प्रवेश परीक्षा में परेशानी आ रही और कोई दोबारा ट्यूशन के चक्कर लगा रहा है. इन सबसे बढ़कर दोबारा परीक्षा देने की दुविधा से गुजरना है और दोबारा परीक्षा देने जाना है.