गुजरात में कांग्रेस ने जैसे ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. वैसे ही हंगामा शुरू हो गया. घंटों पहले समर्थन को लेकर बनी सहमति तोड़फोड़ तक पहुंच गई. हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्यों ने रविवार देर रात कांग्रेस के सूरत दफ्तर के बाहर हंगामा किया और जमकर तोड़फोड़ हुई. इसको लेकर अहमदाबाद में भी हंगामा हुआ.
इन पांच वजहों से बिगड़ी कांग्रेस और पाटीदारों के बीच बात
पाटीदार समिति का कहना है कि कांग्रेस ने आंदोलन के दो नेताओं के नाम बिना सहमति के लिस्ट में शामिल कर लिया. ये दो नेता हार्दिक के सहयोगी ललित वसोया और अमित थुम्मर हैं.
कांग्रेस ने 77 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है और पाटीदार समाज के 23 लोगों को टिकट दिया.
पाटीदारों ने कांग्रेस पर लगाया धोखा देने का आरोप लगाया है. दोनों के बीच आज समझौते का ऐलान होना था लेकिन उससे पहले कांग्रेस ने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया.
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति नेता दिनेश बम्भानिया ने कहा कि हम कांग्रेस और कांग्रेस के लोगों का विरोध करेंगे. कांग्रेस अभी हमें जवाब नहीं दे रही है, आगे हमारी बात क्या सुनेगी.
दिनेश बम्भानिया ने कहा कि पटेल नेताओं से नामांकन नहीं भरने की अपील करेंगे, भरेंगे तो विरोध करेंगे.