वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का मुख्यालय जिनेवा में है. यह एक गैर-लाभकारी संस्था है. इसका उद्देश्य विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले प्रभावी लोगों को एक साथ एक मंच पर लाकर वैश्विक, औद्योगिक दिशा तय करना है. इसकी स्थापना 1971 में यूरोपियन प्रबंधन के नाम से जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर क्लॉस एम श्वाब द्वारा की गई थी. उसी वर्ष यूरोपियन कमीशन और यूरोपियन प्रोद्योगिकी संगठन के सम्मिलित सहयोग से इस संगठन की पहली बैठक हुई थी. वर्ष 1987 में इसका नाम विश्व आर्थिक फोरम कर दिया गया और तब से अब तक, प्रतिवर्ष जनवरी महीने में इसके बैठक का आयोजन होता है. इस बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में शामिल हो रहे हैं.
10 खास बातें
- दावोस में पांच दिन तक चलने वाली वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं बैठक में व्यापार, राजनीति, कला, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों से कई नामी हस्तियां शिरकत करेंगी. भारत की ओर से पीएम मोदी समेत 130 लोग इसमें शामिल होंगे.
- 23 जनवरी को पीएम मोदी दावोस में आए लोगों को संबोधित करेंगे. यहां पर पीएम मोदी ओपनिंग प्लीनेरी सेशन में भाषण देंगे.
- माना जा रहा है कि पीएम मोदी अपनी सरकार के कदमों को इस बैठक में साझा करेंगे और हजारों विदेशी निवेशकों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे.
- पीएम मोदी से पहले एचडी देवेगौड़ा बतौर भारतीय पीएम 1997 में इस सम्मेलन का हिस्सा बन चुके हैं.
- यह भी बताया जा रहा है कि पीएम मोदी स्विटजरलैंड के साथ द्विपक्षीय वार्ता में भी भाग लेंगे. दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के इरादे से यह बातचीत होगी.
- इस बैठक में शामिल होने वाले करीब 1500 हस्तियों को भारत की ओर से आयोजित स्वागत समारोह में शिरकत करने के लिए न्यौता दिया गया है.
- माना जा रहा है कि यहां पर इन विदेशियों को भारतीय व्यंजन परोसा जाएगा. इस बार फोरम में भारतीय व्यंजन और योग का नजारा देखने को मिलेगा. (यह भी पढ़ें : दावोस बैठक के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रवाना, जानें इस बैठक के बारे में 5 खास बातें)
- इस साल का थीम 'क्रिएटिंग ए शेयरड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड' है. इसमें बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान, ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री केट ब्लेन्चेट और संगीतकार एल्टन जॉन का सम्मान किया जाएगा.
- दावोस लैंड वासर नदी के तट पर स्थित स्विटजरलैंड का खूबसूरत शहर है. यह शहर दोनों ओर स्विस आल्प्स पर्वत की प्लेसूर और अल्बूला श्रृंखला से घिरा हुआ है. यहां पर दावोस बैठक हर साल होती है.
- दावोस की जनसंख्या सिर्फ 11,000 है. यह शहर यूरोप में सबसे ऊंची जगह पर बसा हुआ है.