Shani Dev Gochar: ज्योतिष शास्त्र में शनि की चाल का खास महत्व है. सभी नवग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी होती है. यही कारण है कि शनि एक राशि से दूसरी राशि में जाने में ढाई साल का वक्त लगाते हैं. इसके साथ शनि देव को संपूर्ण राशि चक्र में भ्रमण करने में 30 साल का समय लगता है. ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता माना गया है. ऐेसे में जब कभी भी शनि की चाल बदलती है तो कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव शुरू हो जाता है. वहीं कुछ राशियों से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाता है. ज्योतिष शाास्त्र के अनुसार, जनवरी 2023 में शनि का महत्वपूर्ण राशि परिवर्तन होने जा रहा है. ऐसे में जानते हैं कि किन राशयों को साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल सकती है.
जनवरी 2023 में शनि का राशि परिवर्तन
ज्योतिषय गणना के अनुसार, शनिदेव 13 जुलाई 2022 से मकर राशि में वक्री हैं. ये 23 अक्टूबर 2022 को मार्गी होने जा रहे हैं. शनि देव 17 जनवरी 2023 को मकर राशि में रहेंगे. इसके बाद शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. फिर 17 जनवरी 2023 को शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. शनि देव के कुंभ राशि में आने से कुछ राशियों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी.
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से किसे मिलेगी मुक्ति
ज्योतिष के अनुसार, 17 जनवरी 2023 को शनि राशि परिवर्तन होगा. शनि गोचर के साथ ही तुला और मिथुन राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी. वहीं धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा मिल जाएगा. ऐसे में तुला, मिथुन और धनु राशि वालों को शनि के अशुभ प्रभाव से छुटकारा मिल जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता
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