Astrology tips : ज्योतिष शास्त्र में हर दिन ग्रह नक्षत्र अपनी स्थिति बदलते रहते हैं जिसका असर व्यक्ति के जीवन पर सीधा पड़ता है. इसलिए लोग जब भी किसी दिक्कत परेशानी से गुजरते हैं तो किसी पंडित या ज्योतिषि के पास जाते हैं ताकि वो अपनी कुंडली में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति को जान सकें और उसका उचित उपाय कर पाएं. ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह की अपनी विशेषता है जैसे बुध ग्रह बुद्धि के स्वामी हैं, चंद्रमा पराक्रम, साहस और शक्ति के. वैसे ही शनि ग्रह को दुख, रोग, पीड़ा आदि का देवता माना जाता है. यह एक ऐसा ग्रह है जो कर्मों के अनुसार जातक को फल देता है. यह जिनपर प्रसन्न हो जाते हैं उनकी दुख, पीड़ा हर लेता है और जिसपर रुष्ट उसको कंगाल कर देते हैं. इनकी चाल बहुत धीमी होती है. यह एक राशि में करीब दो से ढ़ाई वर्ष तक रहते हैं. 2023 में ऐसा ही कुछ होने वाला राशियों के साथ जिसमें शनि देव प्रवेश करने वाले हैं. जिसका प्रभाव कुछ राशियों पर अच्छा तो कुछ पर बुरा होने वाला है.
शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से किसे मिलेगी मुक्ति ?
मकर राशि के जातकों की साढ़ेसाती 17 जनवरी 2017 से शुरू हुई थी जो 29 मार्च 2025 तक खत्म होगी.
धनु राशि वालों को अगले वर्ष यानि 17 जनवरी 2023 को ही शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी.
वहीं, कुंभ राशि वालों की साढ़ेसाती 2028 में खत्म होगी जो 24 जनवरी 2020 में शुरू हुई थी.
मीन राशि वालों की 29 अप्रैल 2022 से शुरू हुई थी, जो 17 अप्रैल 2030 तक रहेगी.
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या
2023 में मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा. वहीं 2023 में कुंभ और मकर राशि पर भी शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही अगले साल कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी. ऐसे में शनि के प्रभाव से इन राशियों को थोड़ा कष्ट हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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