Shani Gochar 2022: शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में न्याय के देवता के रूप में देखा गया है. कहा जाता हो कि शनि देव हर इंसान को उसके कर्मों के अनुासर अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं. सभी ग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी होती है. ये किसी एक राशि से दूसरी राशि में जानें में ढाई साल का वक्त लगाते हैं. वहीं शनि देव को एक राशिचक्र का पूरा करने में 30 साल का समय लगता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस समय शनि देव मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. 17 जनवरी 2023 को शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. आइए जानते हैं कि शनि के इस राशि परिवर्तन से राशियों पर क्या असर होगा.
इन्हें 2023 में मिल सकती है शनि के प्रकोप से मुक्ति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव 17 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 2 मिनट पर मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. शनि गोचर होते ही 2 राशियों को ढैय्या से 1 राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी. शनि की साढ़े साती और ढैय्या हटते ही इन राशियों के लोगों को ढेरों परेशानियों से राहत मिलेगी.
शनि के राशि परिवर्तन से इन्हें होगा लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जनवरी 2023 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. ऐसे में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद मिथुन और तुला राशि वालों से शनि की ढैय्या खत्म हो जाएगी. इसके साथ ही धनु राशि के जातकों को साढ़ेसाती से छुटकारा मिल सकता है. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या हटते ही इन तीनों राशियों के जातकों के बिगड़े हुए काम बनने लगेंगे. करियर में तरक्की मिलेगी. बिजनेस में भी तरक्की देखने को मिल सकती है.
किन राशियों पर शुरू होगी साढ़ेसाती और ढैय्या
शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही जनवरी 2023 से मीन राशि पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जाएगा. इसके अलावा मकर और कुंभ राशि पर भी साढ़े साती रहेगी. वहीं कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी. ऐसे में शनि के बुरे असर से बचने के लिए शनिवार के दिन उपाय करें. शनि को तेल चढ़ाएं, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके साथ ही जरुरतमंद लोगों को दान करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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