विज्ञापन
This Article is From Aug 24, 2023

संतान सुख की प्राप्ति के लिया किया जाता है पुत्रदा एकादशी का व्रत, जानें पूजा विधि

Putrada Ekdashi Vrat 2023: सावन महीने की एकादशी के दिन पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है, संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत और पूजा बहुत अहम होती है.

संतान सुख की प्राप्ति के लिया किया जाता है पुत्रदा एकादशी का व्रत, जानें पूजा विधि
Vrat 2023 : पुत्रदा एकादशी का पावन त्योहार इस बार 27 अगस्त 2023, रविवार को मनाया जाएगा.

Putrada Ekadashi 2023 : सावन के महीने में हर दिन कोई ना कोई खास त्योहार या व्रत आता है, और इन दिनों पर विशेष पूजा और व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होता है. इसी तरह से सावन महीने (Sawan 2023) के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) आती है. कहते हैं, इस दिन व्रत करने से वाजपेय यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं ये भी मान्यता है कि, जो लोग संतान सुख से वंचित है, पुत्रदा एकादशी का व्रत (Putrada Ekadashi Vrat) करते हैं, तो उन्हें संतान की प्राप्ति हो सकती है. ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि इस बार पुत्रदा एकादशी कब है और आप इस दिन कैसे विधि-विधान से पूजा अर्चना कर सकते हैं. 

कब मनाई जाएगी तुलसीदास जयंती, यहां जानिए इससे जुड़ी रोचक बातें

कब है पुत्रदा एकादशी (When is Putrada Ekadashi 2023)

पुत्रदा एकादशी का पावन त्योहार इस बार 27 अगस्त 2023, रविवार को मनाया जाएगा. हिंदू धर्म में पुत्रदा एकादशी का बहुत महत्व होता है, खासकर निसंतान दंपति के लिए ये व्रत बहुत लाभकारी माना जाता है. कहते हैं कि अगर पूरे विधि विधान और श्रद्धा के साथ इस व्रत को किया जाए तो जल्द ही संतान सुख की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से पापों का नाश भी होता है और मरने के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि इस व्रत के बारे में सबसे पहले भगवान श्री कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को बताया था.

ऐसे करें पुत्रदा एकादशी का व्रत (How to do Putrada Ekadashi vrat)

अब आपको बताते हैं कि पुत्रदा एकादशी का व्रत और पूजा किस तरह से की जाए, तो आप सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ या नए कपड़े पहनें. पूजा के लिए विष्णु भगवान की प्रतिमा स्थापित करें और अगर पहले से आपके पास विष्णु भगवान की तस्वीर है, तो उनके सामने घी का दीपक जलाएं, फल, फूल अर्पित करें और भगवान को भोग चढ़ाएं और उसमें तुलसी और तिल का प्रयोग जरूर करें. पुत्रदा एकादशी का व्रत निराहार किया जाता है, हालांकि शाम को पूजा करने के बाद आप फल खा सकते हैं. इस दौरान पूजा करते समय विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना बहुत लाभकारी माना जाता है, इससे विष्णु भगवान आपको आशीर्वाद देते हैं और कहा जाता है कि इस व्रत को करने से हजारों सालों तक तपस्या करने जैसा लाभ मिलता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Putrada Ekadashi 2023, Putrada Ekadashi Vrat Date 2023, पुत्रदा एकादशी 2023
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com