Rama Navami 2018: जानें क्यों मनाई जाती है रामनवमी
नई दिल्ली:
आज देशभर में राम नवमी (Ram Navmi) मनाई जा रही है. इसी के साथ 18 मार्च से शुरू हुई चैत्र नवरात्रि का भी आज आखिरी दिन है. आज ही के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. नवरात्रि और राम नवमी दोनों ही हिंदुओं के प्रमुख त्यौहार हैं. आज के दिन हर घर में मां दुर्गा और भगवान राम की पूजा होती है. नवरात्रि का समापन कन्याओं को हलवा पूड़ी के भोग के साथ किया जाता है. वहीं, राम नवमी के लिए श्रद्धालु गंगा में स्नान करते हैं.
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भगवान राम का जन्म
राम नवमी का त्यौहार चैत्र शुक्ल की नवमी को मनाया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. इसी दिन रावण के अत्याचारों को खत्म करने के लिए भगवान विष्णु ने भगवान राम के रूप में अवतार लिया था. भगवान राम विष्णु जी के सातवें अवतार हैं, जो त्रेतायुग में धर्म की स्थापना के लिये जन्मे.
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साल में 4 बार आती हैं नवरात्रि
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के के 9 रूपों की पूजा की जाती है. पूरे साल में 4 बार नवरात्रि आती हैं, इन चारों में से सिर्फ दो चैत्र नवरात्रि और शरद नवरात्रि को ही धूमधाम से मनाया जाता है. शरद नवरात्रि को महा नवरात्रि भी कहते हैं. यह सितम्बर-अक्टूबर के महीने में आती है. इस नवरात्रि के 10वें दिन को दशहरा के तौर पर भी मनाया जाता है. वहीं, चैत्र नवरात्रि मार्च-अप्रैल या हिंदू कैलेंडर के चैत्र महीने में पड़ती है. शरद नवरात्रि के 10वें दिन को दशहरे के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. इन दिन भगवान राम में रावण पर विजयी पाई थी. वहीं, चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन को राम जी के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है. इसे राम नवमी भी बोलते हैं. शरद नवरात्रि और राम नवरात्रि के अलावा दो और नवरात्रि होती हैं गुप्त नवरात्रि और माघ नवरात्रि.
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नवरात्रि के दौरान भक्त घरों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा करते हैं. कोई दो जोड़े तो कोई पूरे नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं. श्रद्धालु अपनी-अपनी मनोकामनाओं के चलते जैसे जीवन में शांति, खुशी और सफलता लाने के लिए उपवास रखते हैं. नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाती है. दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्माण्डा, पांचवे दिन स्कंदमाता, छठवें दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी और नौवें दिन सिद्धिदात्री को पूजा जाता है. इसी के साथ नौवें दिन राम जी की पूजा भी करते हैं.
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