
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या( Ayodhya) के नवनिर्मित राम मंदिर (Ram Mandir) में 22 जनवरी को राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा (Pran pratishtha) होगी. इस कार्यक्रम की जोर शोर से तैयारियां जारी है. आज राम लला की प्रतिमा को निर्माण स्थल से मंदिर परिसर में लाया गया है. मैसुरू के मुर्तिकार अरुण योगीराज ने अयोध्या में रह कर राम लला की मूर्ति तैयार की जिसमें 6 माह का समय लगा है. आइए जानते हैं अयोध्या में कहां बनकर तैयार हुई है राम लला की प्रतिमा और उनके मंदिर पहुंचने की विधि विधान.
22 जनवरी को राम मंदिर में होगी प्राण प्रतिष्ठा, जानिए विधि और महत्व के बारे मेंविधि विधान से मंदिर पहुंचे प्रभु
निर्माण स्थल से राम लला की मूर्ति को मंदिर ले जाने की तैयारी मंगलवार आधी रात से ही शुरू हो गई थी. फूलों से सजे राम लला की मूर्ति को ट्रक पर क्रेन की मददद से रखा गया. मंदिर ट्रस्ट के अनुसार प्रतिमा को मंदिर लाने के लिए जल यात्रा, तीर्थ पूजन, कुमारी सुवासिनी पूजन, वद्धिनी पूजन, कलश यात्रा और प्रतिमा का मंदिर परिसर भमण के कार्यक्रम किए गए.

Photo Credit: ANI
सजधज कर तैयार अयोध्या
राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या सज धजकर तैयार हो गई है. कार्यक्रम की शुरूआत 16 जनवरी हो चुकी है. उस दिन अयोध्या के सरयू तट पर बड़ी संख्या में लोग जुटे और दीपोत्सव मनाया. शाम के समय पूरा सरयू तट दीपों से जगमगा उठा. अयोध्या के लता मंगेशकर चौक पर भी सजावट की गई है.
यहां बनकर तैयार हुई राम लला की मूर्ति
मैसुरू के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने छह माह तक आयोध्या में रहकर राम लला की मूर्ति तैयार की है. यह मूर्ति अयोध्या के रामसेवक पुरम में स्थित विवेक सृष्टि ट्रस्ट के भवन तैयार की गई है. इसी स्थान पर प्राण प्रतिष्ठा के पहले किए जाने वाला धार्मिक अनुष्ठान कर्मकोटि होम किया गया.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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