पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुुरुद्वारा
चंडीगढ़:
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई में पंजाब विधानसभा ने सोमवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. इस प्रस्ताव के तहत सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह के दौरान करतारपुर साहिब गलियारे को खोलने के मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है. विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पेश किया.
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सदन के सभी सदस्यों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर गलियारे को खोलने पर अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि इससे लाखों भारतीय श्रद्धालु ऐतिहासिक श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में प्रार्थना करने में सक्षम हों सकेंगे.
पहले सिख गुरु ने इस गुरुद्वारे में अपने जीवन के आखिरी पलों को बिताया था, जो कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार पाकिस्तान में स्थित है. हालांकि यह पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से स्पष्ट रूप से दिखाई देता है.
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प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि वह पहले ही केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को अपने पाकिस्तानी समकक्ष से इस मुद्दे पर बात करने के लिए लिख चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस्लामाबाद के समक्ष यह मामला उठाने के लिए भारत सरकार से कई बार आग्रह कर चुकी है.
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उन्होंने कहा कि गलियारे को खोलना सिख समुदाय का एक सपना रहा है.
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उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस्लामाबाद के समक्ष यह मामला उठाने के लिए भारत सरकार से कई बार आग्रह कर चुकी है.
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