विज्ञापन
This Article is From Feb 07, 2024

Narmada Jayanti 2024: कब है नर्मदा जयंती, जानिए क्यों की जाती है नदियों की पूजा और क्या है महत्व

Narmada Jayanti Date: नर्मदा नदी गंगा की तरह पवित्र नदियों में शामिल है और माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को माता नर्मदा की जयंती मनाई जाती है. मान्यता है कि इस दिन माता नर्मदा का जन्म हुआ था.

Narmada Jayanti 2024: कब है नर्मदा जयंती, जानिए क्यों की जाती है नदियों की पूजा और क्या है महत्व
Narmada Jayanti Kab Hai: इस दिन मनाई जाएगी नर्मदा नदी.

Narmada Jayanti 2024: सनातन धर्म में प्रकृति का बहुत महत्व है. सूरज, चंद्रमा से लेकर पेड़ और नदियों तक को पवित्र और पूजनीय का दर्जा दिया गया है. प्रकृति की अनुपम देन नदियां जीवन के लिए जरूरी हैं. यही कारण है कि भारत में नदियों को मां माना जाता है. गंगा नदी की तरह ही नर्मदा नदी (Narmada River) को भी पवित्र नदी माना गया है. हर वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को माता नर्मदा की जयंती (Narmada Jayanti) मनाई जाती है. मान्यता है कि इस दिन माता नर्मदा का जन्म हुआ था. इस दिन नर्मदा नदी में स्नान और नर्मदा माता की पूजा का बहुत महत्व है. आइए जानते हैं कि नर्मदा जयंती कब मनाई जाएगी. 

Pradosh Vrat 2024: आज है प्रदोष व्रत, जानिए शिवलिंग पर किन चीज़ों को चढ़ाना माना जाता है बेहद शुभ

कब है नर्मदा जयंती

इस वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 15 फरवरी को सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 16 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगी. नर्मदा जयंती 16 फरवरी, शुक्रवार को मनाई जाएगी.

महालक्ष्मी की पूजा करने का क्या है सही समय, जानिए व्रत और पूजन से जुड़ी जरूरी बातें 

नर्मदा जयंती का महत्व

भक्त नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा नदी की पूजा करते हैं. इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि नर्मदा जयंती के दिन इस पवित्र नदी में स्नान करने से सभी तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं. नर्मदा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के अमरकंटक से होता है इसलिए नर्मदा जयंती के लिए यह स्थान सबसे उत्तम माना जाता है.

ऐसे मनाएं नर्मदा जयंती

भक्तों को नर्मदा जयंती के दिन सूर्य के उगते ही पवित्र नर्मदा नदी स्नान करना चाहिए. स्नान (Snan) करते समय मां नर्मदा से सेहत, धन और समृद्धि की याचना करनी चाहिए. नर्मदा माता को पुष्प, दीया, हल्दी और कुमकुम चढ़ाना चाहिए. संध्या के समय नर्मदा नदी की आरती में शामिल होना भी शुभ माना जाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
गणेश भगवान की पूजा में बप्पा को लगाएं इन 7 चीजों का भोग, खुश होंगे गणपति
Narmada Jayanti 2024: कब है नर्मदा जयंती, जानिए क्यों की जाती है नदियों की पूजा और क्या है महत्व
क्यों नहीं कांवड़िए यात्रा के दौरान लेते हैं एक दूसरे का नाम, जानिए आखिर कौन सी कांवड़ यात्रा होती है सबसे कठिन
Next Article
क्यों नहीं कांवड़िए यात्रा के दौरान लेते हैं एक दूसरे का नाम, जानिए आखिर कौन सी कांवड़ यात्रा होती है सबसे कठिन
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com