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Mauni amawasya 2025 : मौनी अमावस्या पर कब तक रहेगा राहुकाल और चौघाड़िया मुहूर्त, जानें यहां

ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को अशुभ श्रेणी में रखा गया है, ऐसे में आज मौनी अमावस्या पर राहुकाल कितनी देर के लिए है और स्नान दान का चौघड़िया मुहूर्त (Chaughadiya muhurat 2025) कब से कब तक है, आइए आगे आर्टिकल में जानते हैं. 

Mauni amawasya 2025 : मौनी अमावस्या पर कब तक रहेगा राहुकाल और चौघाड़िया मुहूर्त, जानें यहां
शुभ उत्तम मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 14 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा.

Mauni amawasya 2025 : आज मौनी अमावस्या पर महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान किया जा रहा है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम किनारे सुबह से एकत्रित होना शुरू हो गए हैं. मान्यता है इस दिन स्नान ध्यान और दान करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है. साथ ही जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है. हिन्दू धर्म मान्यताओं के अनुसार, कोई भी काम शुभ मुहूर्त में करने से उसका फल दोगुना बढ़ जाता है. ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को अशुभ श्रेणी में रखा गया है, ऐसे में आज मौनी अमावस्या पर राहुकाल कितनी देर के लिए है और स्नान दान का चौघड़िया मुहूर्त (Chaughadiya muhurat 2025) कब से कब तक है, आइए आगे आर्टिकल में जानते हैं. 

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मौनी अमावस्या पर राहुकाल का समय - Mauni amawasya rahukal timing 2025

मौनी अमावस्या पर राहुकाल दोपहर 12:34 मिनट से दोपहर 1:55 मिनट तक रहेगा. 

मौनी अमावस्या पर चौघड़िया मुहूर्त - Mauni amawasya chaughadiya muhurat 2025

लाभ-उन्नति - सुबह 7 बजकर 11 मिनट से 8 बजकर 32 मिनट तक है.

अमृत-सर्वोत्तम - सुबह 8 बजकर 32 मिनट से 9 बजकर 5 मिनट तक है.

शुभ उत्तम मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 14 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक.

लाभ-उन्नति शाम - 4 बजकर 37 मिनट से शाम 5 बजकर 58 मिनट तक रहेगा.    

मौनी अमावस्या पर स्नान दान मुहूर्त - Snan dan muhurat on Mauni Amavasya 2025

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक 

प्रात: सांध्या - सुबह 5 बजकर 25 मिनट से सुबह 7 बजकर 11 मिनट तक 

विजय मुहूर्त - दोपहर 2 बजकर 22 मिनट से शाम 3 बजकर 5 मिनट तक रहेगा.

गोधूलि मुहूर्त - शाम 5 बजकर 55 मिनट से 6 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.

अमृत काल मुहूर्त - 9 बजकर 19 मिनट से 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा.  

महाकुंभ में अमृत स्नान का महत्व - Significance of Amrit Snan in Maha Kumbh

मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम में अमृत स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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