Bohag Bihu 2021: असम के मुख्य त्योहारों में से एक बिहू आज 14 अप्रैल को है. असम में बिहू के पर्व के साथ ही नए साल की शुरुआत मानी जाती है और जमकर इस त्योहार का जश्न मनाया जाता है. असम में बोहाग बिहू का जश्न पूरे सप्ताह तक ड्रम और बाजों की गूंज के साथ बड़े ही धूम-धाम से चलता है. इस त्योहार को रोंगाली बिहू भी कहते हैं. इस त्योहार के दौरान कई खेलों का आयोजन भी किया जाता है जैसे-बैलों की लड़ाई, मुर्गों की लड़ाई और अंडों का खेल आदि.
किसानों को समर्पित है बिहू का त्योहार
बिहू का त्योहार नई फसलों की कटाई की खुशी के रूप में भी मनाया जाता है. यह त्योहार किसानों को समर्पित है. इसलिए इसे फसलों का पर्व भी कहते हैं.
साल में तीन बार मनाया जाता है बिहू का त्योहार
फसल की कटाई की खुशी में बिहू का त्योहार सालभर में तीन बार मनाया जाता है. नए बांग्ला कैलेंडर की शुरुआत के साथ इसे विषुव संक्रांति दिवस के रूप में मनाते हैं, सर्दियों के मौसम में यह त्योहार पूस संक्रांति के दिन मनाया जाता है और तीसरी बार यह त्योहार कार्तिक महीने में मनाया जाता है.
ऐसे मनाया जाता है बिहू का जश्न
बोहाग बिहू के मौके पर लोग पारंपरिक कपड़े पहने हैं और ढोल- गानों पर बिहू डांस करते हैं और एक साथ मिलकर जश्न मनाते हैं. फसलों की सफल कटाई का जश्न मनाने वाले बोहाग बिहू पर्व में असम के लोग नारियल, चावल, तिल, दूध का इस्तेमाल पकवान बनाने के लिए मुख्य रूप से करते हैं.
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