गुरूवायुर मंदिर के भोजनागार में पहले गैर-हिन्दुओं को जाने की अनुमति दे दी गई थी
गुरूवायुर:
गैर हिंदुओं को प्रसिद्ध गुरूवायुर श्री कृष्ण मंदिर के उटूपूरा (भोजनागार) में प्रवेश की अनुमति देने के कुछ दिन बाद मंदिर प्रशासन ने इस फैसले को फिलहाल स्थगित रखने का फैसला किया है.
जब गुरूवायुर मंदिर में प्रणब मुखर्जी ने की थी पूजा-अर्चना
मंदिर सूत्रों के अनुसार मंदिर के तांत्री (प्रधान पुजारी) और श्रद्धालुओं के एक वर्ग ने प्रबंध समिति के 18 अप्रैल के फैसले पर एतराज किया था, जिसके बाद इस मामले को स्थगित रखने का फैसला किया गया है.
समिति ने अपनी बैठक में भोजनागार में परिधान संबंधी प्रतिबंध हटाने के अपने फैसले को नहीं लागू करने का फैसला लिया. समिति ने 18 अप्रैल को श्रद्धालुओं को उटूपूरा में कमीज , पैंट और जूते पहनकर जाने की अनुमति दी थी.
गुरूवायुर मंदिर प्रसाद योजना में शामिल
सूत्रों ने कहा कि चूंकि देवप्रसनम (दैवीय इच्छा को जानने का ज्योतिषीय परीक्षण) अगले छह महीने में होगी, ऐसे में समिति ने महसूस किया कि यह मामला भी तब हाथ में लिया जाएगा.
सूत्रों का कहना है कि यह एक ऐसा मामला है जिसपर सभी की सहमति की जरूरत है और मंदिर प्रशासन इस मामले में कोई विवाद नहीं चाहता.
जब गुरूवायुर मंदिर में प्रणब मुखर्जी ने की थी पूजा-अर्चना
मंदिर सूत्रों के अनुसार मंदिर के तांत्री (प्रधान पुजारी) और श्रद्धालुओं के एक वर्ग ने प्रबंध समिति के 18 अप्रैल के फैसले पर एतराज किया था, जिसके बाद इस मामले को स्थगित रखने का फैसला किया गया है.
समिति ने अपनी बैठक में भोजनागार में परिधान संबंधी प्रतिबंध हटाने के अपने फैसले को नहीं लागू करने का फैसला लिया. समिति ने 18 अप्रैल को श्रद्धालुओं को उटूपूरा में कमीज , पैंट और जूते पहनकर जाने की अनुमति दी थी.
गुरूवायुर मंदिर प्रसाद योजना में शामिल
सूत्रों ने कहा कि चूंकि देवप्रसनम (दैवीय इच्छा को जानने का ज्योतिषीय परीक्षण) अगले छह महीने में होगी, ऐसे में समिति ने महसूस किया कि यह मामला भी तब हाथ में लिया जाएगा.
सूत्रों का कहना है कि यह एक ऐसा मामला है जिसपर सभी की सहमति की जरूरत है और मंदिर प्रशासन इस मामले में कोई विवाद नहीं चाहता.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं