Guru Purnima 2017: अपने गुरु को दें गुरु पूर्णिमा की बधाई
Guru Purnima 2017: आज गुरु पूर्णिमा है. गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व अपने आराध्य गुरु को श्रद्धा अर्पित करने का महापर्व है. चूंकि भारत में गुरुओं को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया जाता रहा है, इसलिए इस दिन सब लोग अपने गुरु का आशीर्वाद लेते हैं उन्हें बधाई संदेश भी भेजते हैं. यही नहीं गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं देने के लिए लोग एक दूसरे को बधाई संदेश भी भेजते हैं. आप भी इन मैसेज को अपने गुरुओं और दोस्तों को भेज सकते हैं. हमेशा से देशभर में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है. मां-बाप के बाद अगर जीवन में किसी का विशेष स्थान होना चाहिए तो वह हैं हमारे गुरु. जिस बच्चे को एक माता-पिता जन्म देता है, उसे जीवन की कठिन राह पर मजबूती से खड़े रहने की हिम्मत एक शिक्षक ही देता है. मां-बाप की मूरत है गुरु.
करता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय. सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोय.. मैं तो सात संमुद्र की मसीह करु, लेखनी सब बदराय. सब धरती कागज करु पर, गुरु गुण लिखा ना जाय..
आप भी अपने गुरु को इन मैसेजेस से दें बधाई..
कलयुग में भगबान की सूरत है गुरु.
गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं आभार सलाम से.
आओ इस गुरु पूर्णिमा पर करें अपने गुरु को प्रणाम.
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें...
गुरु की महिमा न्यारी है,
अज्ञानता को दूर करके.
ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है...
अक्षर ज्ञान ही नहीं,
गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान,
गुरुमंत्र को कर आतमसात,
हो जाओ भबसागर से पार.
शुभ गुरु पुर्णिमा...
गुरुवर के चरणों में रहकर,
हमने शिक्षा पाई है।
गलत राह पर भटके जब हम,
तो गुरुवर ने राह दिखाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है।।
Guru Purnima 2017: नासा ने गुरुपूर्णिमा पर पहली बार जारी की चांद की तस्वीर
तुमने सिखाया उंगली पकड़ कर हमें चलना,
तुमने बताया कैसे गिरने के बाद संभलना,
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे इस मुक़ाम पे,
गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं आभार सलाम से.
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें...
गुरु होता सबसे महान,
जो देता है सबको ज्ञान,
आओ इस गुरु पूर्णिमा पर करें अपने गुरु को प्रणाम.
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें...
जब भी करते गलत कार्य हम,
तब पिटाई भी लगाई है.
सद्मार्ग पर चलें सभी हम,
बात सदा दोहराई है,
गुरु की महिमा न्यारी है...
गुरुब्रह्मा गुरुर्विष्णु: गुरुदेव महेश्वर:, गुरु साक्षात्परब्रह्म तस्मैश्री गुरुवे नम:
यानी गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है. गुरु ही साक्षात परब्रह्म है. ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं.