न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की मुख्य मस्जिद में हुई गोलीबारी के बाद सामान्यता लाने के क्रम में 23 मार्च को मस्जिद में पहली बार नमाज अदा की गई. अब अल नूर मस्जिद को आज दोबारा स्थानीय मुस्लिम समुदाय को सौंप दिया गया है और छोटे-छोटे समूहों को दोपहर बार भीतर जाने की अनुमति देनी शुरू कर दी.
ब्रेंटन टैरंट नाम के व्यक्ति द्वारा अल नूर मस्जिद पर गोलीबारी करने के बाद पुलिस ने जांच एवं सुरक्षा कारणों से मस्जिद को बंद कर दिया था. इसके अलावा एक छोटी मस्जिद पर भी 15 मार्च को गोलीबारी हुई थी. मस्जिदों के भीतर हुई इस गोलीबारी में 50 लोगों की मौत हो गई थी.
अल नूर में एक स्वयंसेवक सैयद हसन ने कहा, ‘‘ हम एक बार में 15 लोगों को भीतर जाने की मंजूरी दे रहे हैं ताकि स्थिति सामान्य हो सके.'' मस्जिद में पहले प्रवेश करनेवालों में वोहरा मोहम्मद हुजेफ थे. इन्हें भी 15 मार्च को गोली लगी थी.
क्राइस्टचर्च में हमले में मारे गए अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद न्यूजीलैंड आई एक मां का भी 22 मार्च की रात निधन हो गया था. वहीं एक और परिजन की मौत हुई है.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एक रिश्तेदार की मौत सदमे के कारण और एक अन्य की भी मौत हुई है. हालांकि प्रवक्ता ने किसी भी मामले की अधिक जानकारी नहीं दी.
इनपुट - भाषा
VIDEO: न्यूजीलैंड की मस्जिद में फायरिंग से 49 लोगों की मौत
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