Chaitra Navratri: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष चैत्र नवरात्रि आने वाली 2 अप्रैल से शुरु हो रही है. चैत्र मास (Chaitra Maas) में पड़ने के चलते इसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है. मान्यतानुसार इस वर्ष भारतीय नववर्ष संवत का 2079वां साल लगने वाला है जिसकी शुरुआत चैत्र नवरात्रि से ही हो रही है. इस चलते चैत्र नवरात्रि का महत्व कई हद तक बढ़ गया है. इसके साथ ही ज्योतिष के अनुसार इस वर्ष नवरात्रि पर किसी तिथि का क्षय नहीं हो रहा यानि नौ दिन लगातार नवरात्रि (Navratri) मनाई जानी है. माना जा रहा है कि नवरात्रि के नौ दिनों में विशेष नौ योग बन रहे हैं जो सर्व फलदायी हो सकते हैं.
चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा की सवारी | Maa Durga Sawari in Chaitra Navratri
नवरात्रि पर मां दुर्गा (Maa Durga) का वाहन भी विशेष महत्व रखता है. यूं तो शेर को मां दुर्गा की सवारी कहते हैं लेकिन शनिवार (Saturday) के दिन नवरात्रि पड़ने के कारण मां दुर्गा की सवारी बदली हुई मानी जा रही है. मान्यतानुसार इस वर्ष चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा की सवारी शेर नहीं बल्कि घोड़ा है. वहीं, उनके प्रस्थान की सवारी भैंस को माना जा रहा है.
देवीभागवत पुराण के एक श्लोक में मां दुर्गा की सवारियों का वर्णन मिलता है. 'शशि सूर्ये गजारूढ़ा शनिभौमे तुरंगमे। गुरौ शुक्रे च डोलायां बुधे नौका प्रकीर्त्तिता' श्लोक के मुताबिक यदि नवरात्रि का पहला दिन सोमवार या रविवार होता है तो माता की सवारी हाथी होता है, मंगलवार और शनिवार के दिन माता घोड़े पर विराजमान होकर आती हैं, बुधवार के दिन वे नाव पर आती हैं और शुक्रवार के दिन वे झूले पर विराजित होती हैं.
सिंह की सवारी करने वाली दुर्गा मां इस बार घोड़े पर सवार दिखेंगी जिसका अपना महत्व है. घोड़े को युद्ध का प्रतीक चिन्ह माना जाता है. घोड़े का अर्थ शासन सत्ता में परिवर्तन मानते हैं. इस समय का संकेत मां दुर्गा की विशेष पूजा से होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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