आगामी नवरात्रि उत्सव के दौरान जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में चार लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. इस साल नवरात्रि में मंदिर के प्रवेश पर एक “स्वर्ण द्वार” और सुसज्जित रास्ते आने वालों के लिए नए आकर्षण होंगे. नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हो रही है और सात अक्टूबर तक चलेगी. श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक द्वार के निर्माण में करीब 12 किलोग्राम सोना, 1200 किलोग्राम तांबा और 1100 किलोग्राम चांदी का इस्तेमाल किया गया है.
जम्मू संभाग के आयुक्त संजीव वर्मा ने संवाददाताओं से कहा, “जहां तक तीर्थयात्रियों की सुरक्षा का सवाल है, हम श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का पक्का वादा है. हमें उम्मीद है कि इस साल नवरात्रि के दौरान श्राइन में 3.5 लाख से चार लाख तीर्थयात्री आएंगे.” वर्ष 2017 और 2018 में नवरात्रि के दौरान क्रमश: 3.07 लाख और 3.2 लाख तीर्थयात्री आए थे.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह ने कहा, “विशेष दानदाताओं के एक समूह द्वारा विशाल स्वर्ण द्वार का काम दो महीने पहले शुरू किया गया और ये सात दिन में तैयार हो जाएगा. इस द्वारा में देवी दुर्गा के नौ छवियां हैं, जिसमें महालक्ष्मी को प्रमुखता से दर्शाया गया है.”
सिंह ने बताया कि लोगों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए कटरा से लेकर भवन तक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और एक विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जा रहा है. वर्मा ने कहा कि रियासी के जिला विकास आयुक्त त्योहारों के दौरान व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए नोडल अधिकारी हैं.
संभाग आयुक्त ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में पांच अगस्त से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, लेकिन तीर्थयात्री होटल में ब्रॉडबैंड सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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