अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार को 346 तीर्थयात्रियों का एक छोटा सा जत्था रवाना हुआ. अरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी, शुक्रवार को रवाना होने वाला यह जत्था पिछले 40 दिनों में अब तक का सबसे छोटा जत्था है. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कहा, "इस साल अब तक 2.50 लाख तीर्थयात्री बर्फानी बाबा के दर्शन कर चुके हैं. यह यात्रा सात अगस्त को समाप्त होगी."
जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन वोहरा की अध्यक्षता में एसएएसबी यात्रा मामलों का प्रबंधन करता है.
अधिकारियों ने बताया कि 16 वाहनों के काफिले के साथ भगवती नगर यात्री निवास से देर रात 2.45 बजे यात्रियों का जत्था रवाना हुआ.
सुरक्षा कारणों से तीर्थयात्रियों को ले जा रहे वाहनों को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में तड़के 3.30 बजे जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर जवाहर सुरंग को पार करना होता है.
सूर्यास्त के पहले पहलगाम और बालटाल के आधार शिविरों में तीर्थयात्रियों का पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
यह यात्रा 'श्रावण पूर्णिमा' को समाप्त होगी, इस बार इस दिन संयोग से रक्षाबंधन भी होगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन वोहरा की अध्यक्षता में एसएएसबी यात्रा मामलों का प्रबंधन करता है.
अधिकारियों ने बताया कि 16 वाहनों के काफिले के साथ भगवती नगर यात्री निवास से देर रात 2.45 बजे यात्रियों का जत्था रवाना हुआ.
सुरक्षा कारणों से तीर्थयात्रियों को ले जा रहे वाहनों को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में तड़के 3.30 बजे जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर जवाहर सुरंग को पार करना होता है.
सूर्यास्त के पहले पहलगाम और बालटाल के आधार शिविरों में तीर्थयात्रियों का पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
यह यात्रा 'श्रावण पूर्णिमा' को समाप्त होगी, इस बार इस दिन संयोग से रक्षाबंधन भी होगा.
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