कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अचल संपत्ति में 2009 के बाद से कमी आई है, लेकिन उनकी कुल संपत्ति की कीमत पिछले पांच साल में दोगुनी होकर 9.4 करोड़ रुपये हो गई है।
राहुल द्वारा आज उनके नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक उनकी कुल रियल इस्टेट संपत्ति का मूल्य 2009 में 4.4 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 8.2 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें करीब 86 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रियल इस्टेट की कीमत में संपत्ति पर चुकाई गयी 6.8 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि शामिल है।
उनकी संपत्ति की कुल कीमत 4.7 करोड़ रुपये से बढ़ने के साथ दोगुनी होकर 9.4 करोड़ रुपये होने के पीछे मुख्य वजह संपत्ति की कीमतों में उछाल है।
राहुल गांधी की जायदादों की संख्या में 2009 के बाद से कमी आई है, क्योंकि वह एक मॉल में अपनी दो दुकानें बेच चुके हैं और हरियाणा में एक और खेती से जुड़ी जमीन को भी निकाल चुके हैं। दिल्ली के सुल्तानपुर गांव में एक पैतृक फार्म में उनकी साझेदारी बरकरार है।
राहुल गांधी के हलफनामे के अनुसार उनकी दो दुकानों की बिक्री से हुई आमदनी को दो दफ्तरों पर खर्च किया गया है। हलफनामे के मुताबिक राहुल गांधी के पास अपनी कोई कार नहीं है और एसपीजी सुरक्षा प्राप्त होने के चलते उन्हें सुरक्षा कारणों से एसपीजी के वाहन में चलना होता है।
राहुल के करीबी सूत्रों के अनुसार अनेक पार्टियों के कई नेताओं की तुलना में राहुल की संपत्ति कम है और पिछले सालों की तुलना में उनकी संपत्ति की कीमत में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है।
हलफनामे के अनुसार राहुल ने 2012-13 के आयकर रिटर्न में कुल आय 92.46 लाख रुपये बताई है। उन्होंने इस साल 31 मार्च की स्थिति के अनुसार अपने पास 35,000 रुपये नगद होने और बैंकों में 9.5 लाख रुपये के सावधि जमा की जानकारी दी है।
बॉन्ड और शेयरों में उन्होंने कुल 1.9 लाख रुपये का निवेश कर रखा है और 81.28 लाख रुपये के म्यूचुअल फंड हैं। राहुल ने एनएसएस, डाकघर जमा और अन्य में 20.70 लाख रुपये का निवेश कर रखा है।
राहुल के पास 333 ग्राम आभूषण हैं, जिनका मूल्य 2.87 लाख रुपये है।
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