बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी मंगलवार को राष्ट्रपति से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी में हैं। सूत्रों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मोदी 25 मई से 27 मई के बीच प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर सकते हैं। हालांकि इस संबंध में अभी तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
बीजेपी के नवनिर्वाचित 282 लोकसभा सदस्यों सहित पार्टी के राज्यसभा सदस्य भी 63 वर्षीय मोदी को अपना नेता चुनने के लिए मंगलवार दोपहर संसद के ‘केंद्रीय सभागार’ में जमा होंगे। इसके तुरंत बाद बीजेपी के सहयोग दल के सांसद भी वहां एकत्र होंगे और सभी मिलकर मोदी को राजग का नेता चुनेंगे।
बाद में गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें दोनों संसदीय समूहों के फैसले से वाकिफ कराएगा। इससे राष्ट्रपति की ओर से मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने का रास्ता खुलेगा।
नरेंद्र मोदी फिलहाल दिल्ली में हैं और पिछले दो दिनों से अपने भावी मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर मंथन कर रहे हैं। यहां सरकार बनाने को लेकर लगातार तीन दिन से गहन चर्चा चल रही है और मोदी खुद सभी नेताओं से मिलकर बातचीत कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने गुजरात भवन में मोदी से भेंट की। भावी प्रधानमंत्री से अरुण जेटली और अमित शाह के अलावा कल्याण सिंह ने भी भेंट की।
तमिलनाडु में बीजेपी सहयोगी वाइको ने भी मोदी से भेंट की, हालांकि वह चुनाव हार गए हैं। वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी ने भी मोदी से मुलाकात की और उनका सरकार को 'मुद्दा आधारित' समर्थन देने की बात कही।
सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल बनाने की रणनीति मोदी ने अपने तक ही सीमित रखी है।
कल होने वाले चुनाव के बाद मोदी शाम में अहमदाबाद जाएंगे। वह 21 मई को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और राज्य में गुजरात भाजपा विधायक दल के नए नेता का चुनाव भी इसी दिन होगा।
सू़त्रों का कहना है कि मोदी की करीबी विश्वासपात्र और राजस्वमंत्री आनंदीबेन पटेल मुख्यमंत्री पद के दौड़ में सबसे आगे हैं।
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