
दिल्ली में हाईवोल्टेज चुनाव हो रहे हैं, लेकिन चुनावी मैदान के साथ-साथ लड़ाई अदालतों में भी शुरू हो गई है। सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और यहां से तीस हजारी कोर्ट। अरविंद केजरीवाल हर जगह दिखाई दे रहे हैं। जाहिर है, दिल्ली की सत्ता पाने के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
आम आदमी पार्टी को फर्जी कंपनियों के जरिए मिले दो करोड़ के चंदे का मामला उछलने से निशाने पर आए अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह यह एलान कर दिया कि आप के पांच नेता एसआईटी बनाने की मांग लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचेंगे, लेकिन बाद में इरादा बदल गया और देश के चीफ जस्टिस के नाम चिट्ठी भेज दी गई।
इसमें मुख्य न्यायधीश से आग्रह किया गया है कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट अपनी निगरानी में एसआईटी से हर पार्टी की फंडिंग की जांच कराए। इसके बाद इस मुददे पर सियासत शुरू हो गई। बीजेपी ने भी सवाल उठाए और कांग्रेस ने भी।
इधर, अरविंद केजरीवाल के 'रुपये किसी से लो पर वोट आप को ही दो' वाले बयान का मामला भी कोर्ट पहुंच गया है। अरुण कुमार की याचिका पर तीस हजारी कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से 21 फरवरी तक स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है।
अब अगली बारी दिल्ली हाईकोर्ट की है, जहां बुधवार को नई दिल्ली विधानसभा से केजरीवाल के सामने चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस की किरण वालिया की उस याचिका पर सुनवाई होनी है, जिसमें अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का फर्जी वोटर बताते हुए उनकी उम्मीदवारी रदद करने की मांग की गई है। इस बारे में हाइकोर्ट ने केजरीवाल और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं