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This Article is From Jun 04, 2020

सत्येंद्र जैन ने RML अस्पताल पर उठाए सवाल तो डॉ हर्षवर्धन बोले, 'राजनीति करने की बजाय दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दें'

देश में कोरोना वायरस के मामले में राजधानी दिल्ली तीसरे नंबर पर आ गई है. दिल्ली में कोरोना के 23 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.

सत्येंद्र जैन ने RML अस्पताल पर उठाए सवाल तो डॉ हर्षवर्धन बोले, 'राजनीति करने की बजाय दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दें'
सत्येंद्र जैन ने कहा था कि आरएमएल अस्पताल की तरफ से मरीजों की रिपोर्ट देने में समय लग रहा है, डॉ हर्षवर्धन ने इसका जवाब दिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस (Covid-19) को नियंत्रण करने को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा केंद्र सरकार द्वारा संचालित डॉ राममनोहर लोहिया अस्पताल प्रशासन को लेकर किए उठाए गए सवालों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने उन्हें इस गंभीर विषय पर राजनीति करने की बजाय दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक करने की सलाह दी है.

सत्येंद्र जैन ने कहा था, 'आरएमएल अस्पताल की तरफ से मरीजों की रिपोर्ट देने में समय लग रहा है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल समय से रिपोर्ट नहीं देता, 4-7 दिन में रिपोर्ट दे रहा है. आज 70% लोगों की मौत अस्पताल पहुंचने के 24 घंटों के अंदर हो रही है क्योंकि 5-7 दिन तक रिपोर्ट नहीं आई. रिपोर्ट 24 घंटों में आनी ही चाहिए: 

उन्होंने आगे कहा, 'अभी राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने सैंपल लिए थे एक दिन 94% पॉजिटिव आए, हमने कुछ सैंपल दोबारा टेस्ट कराए तो 45% नेगेटिव निकले. मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी कहा है कि उनकी जो लैब ठीक से काम नहीं कर रही है या तो उसे बंद कराया जाए या ठीक से काम कराया जाए'

सत्येंद्र जैन को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, 'दिल्ली में कोविड-19 को नियंत्रण करने की बजाय उस पर राजनीति करना ठीक नहीं है. इससे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर होगी.टीवी पर सस्ते प्रचार के लिए सत्येंद्र जैन जी को आरएमएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान पर आरोप लगाने की बजाय दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करनी चाहिए।'

बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामले में राजधानी दिल्ली तीसरे नंबर पर आ गई है. दिल्ली में कोरोना के 23 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. राजधानी में साढ़े 13 हजार अभी भी एक्टिव केस है. वहीं ठीक होने वालों की आंकड़ा 9500 के पार है. राजधानी में कोरोना से अभी तक 606 लोगों की मौत हो चुकी है. 

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