28 जुलाई को दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (15 जनपथ रोड, ववंडसर प्लेस) में रिवायत की ओर से लोक-कलाओं का पहला उत्सव आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में लोक कलाकार, चिंतक और तमाम बड़े संस्कृति कर्मी हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम की शुरुआत शाम 4.30 बजे से होगी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जाने माने संगीतकार और किल्मकार मुजफ्फर अली हैं. शाम 5 से 6 के बीच महमूद फारूकी और डी शाहिदी की ‘दास्तानगोई'का कार्यक्रम होगा. शाम 6 बजे से 7 बजे तक लोककलाओं की परिचर्चा का कार्यक्रम रखा गया है. जहां स्वानंद किरकिरे और मनोज मुंतशिर, लोककलाओं को लेकर अपनी बातें साझा करेंगे.
लोककलाओं की इस शाम में राजस्थानी लोक कलाकार मामे खान और उनकी टीम भी अपना कार्यक्रम पेश करेगी. मांगनयार समुदाय के मामे खान ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राजस्थानी लोकगीतों की प्रस्तुती की है. 'रिवायत' का कहना है कि उनका मकसद लोककलाओं की धरोहर का संयोजन करना और उन लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करना है, जो इस परंपरा को आगे ले जाने का हुनर और दमखम रखते हैं.