आर्ट ऑफ लिविंग के विश्व संस्कृति महोत्सव का फाइल फोटो।
नई दिल्ली:
श्री श्री रविशंकर के विश्व संस्कृति महोत्सव को लेकर एनजीटी का फैसला गुरुवार को आना था लेकिन एक सदस्य का रिटायरमेंट है और अब यह फैसला नए सदस्य के आने के बाद आएगा। इस मामले में बहस पूरी हो चुकी है।
गत 22 अप्रैल को एनजीटी ने आर्डर रिजर्व किया था। दिल्ली में यमुना के किनारे मार्च में आर्ट आफ लिविंग का महोत्सव हुआ था। इस मामले में आर्ट आफ लिविंग पर 5 करोड़ का इनवायरांमेंटल कम्पनसेशन सेस लगाया गया था। आर्ट आफ लिविंग ने महोत्सव के पहले दिन 11 मार्च को 25 लाख रुपये दिए थे। शेष रकम अदा करने की डेडलाइन थी 1 अप्रैल थी।
आर्ट आफ लिविंग ने ट्रिब्यूनल से कहा था वह बैंक गारंटी के तौर पर बाकी रकम देगा। उसने यह भी कहा था कि साइट का साइंटिफिक असेसमेंट होना चाहिए। साइट का अब तक सिर्फ वीजुअल असेसमेंट हुआ है।
गत 22 अप्रैल को एनजीटी ने आर्डर रिजर्व किया था। दिल्ली में यमुना के किनारे मार्च में आर्ट आफ लिविंग का महोत्सव हुआ था। इस मामले में आर्ट आफ लिविंग पर 5 करोड़ का इनवायरांमेंटल कम्पनसेशन सेस लगाया गया था। आर्ट आफ लिविंग ने महोत्सव के पहले दिन 11 मार्च को 25 लाख रुपये दिए थे। शेष रकम अदा करने की डेडलाइन थी 1 अप्रैल थी।
आर्ट आफ लिविंग ने ट्रिब्यूनल से कहा था वह बैंक गारंटी के तौर पर बाकी रकम देगा। उसने यह भी कहा था कि साइट का साइंटिफिक असेसमेंट होना चाहिए। साइट का अब तक सिर्फ वीजुअल असेसमेंट हुआ है।
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