बुराड़ी के भाटिया परिवार की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के बुराड़ी में रहस्यमय तरीके से एक परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामला यूं तो सामूहिक आत्महत्या का मामला है लेकिन पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए परिवार की मानसिकता का पता लगाने को शवों को मनोवैज्ञानिक पोस्टमॉर्टम कराने का निर्णय लिया है. वहीं भाटिया परिवार के जीवित बचे पालतू कुत्ते की सेहत में सुधार हो रहा था और अब डॉग मनोचिकित्सक से बात करेगा और इसके फ्यूचर के बारे में पूछेगा.
हाउस फ़ॉर एनिमल्स के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि भाटिया परिवार का पालतू कुत्ता इस जगह को धीरे-धीरे अपनी जगह समझ रहा है. हमने एक डॉग मनोचिकित्सक बुलाया है, जो इससे बात करेगा और इसके फ्यूचर के बारे में पूछेगा. इससे वारदात के बारे में बात नहीं की जाएगी, क्योंकि वह सब याद नहीं दिलाना चाहते हैं. लेकिन उन्हें लगेगा तो वह उस पालतू कुत्ते से उस परिवार के बारे में पूछेंगे. उन्होंने कहा कि हमने ललित के भतीजे ने हमसे संपर्क किया अब शायद वो ये डॉगी नहीं रखेंगे.
इसे मैं अपने पास रखूंगा. इसे शायद वारदात से पहले नींद की गोली खिलाई हो इसलिए नहीं भौंका.उन्होंने कहा है कि हमें पता चला कि बुराड़ी में पूरा परिवार खत्म हो गया है और डॉगी बचा तो हम तुरंत वहां पहुंचे और पुलिस से उसको लेने के लिए कहा है. पुलिसवाले इस डॉगी को कई बार साथ ले जाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन वो 5 फीट की दूरी तक उन्हें नहीं आने दे रहा था. उन्होंने बताया कि वह बहुत अग्रेसिव था. उस वक़्त
हमने करीब 45 मिनट में इसे काबू पर पाया, क्योंकि इसको 24 घण्टे से खाना नहीं मिला था. वो बहुत कुछ देख चुका है और डिप्रेशन में था. जब इसे लेकर आये तो इसे 108 डिग्री बुखार था, लीवर में इन्फेक्शन था और इसकी प्लेटलेट्स कम थी. हमने इसका इलाज किया और कई तरह की थैरेपी की. अब डॉगी की सेहत में 90 प्रतिशत में सुधार हो चुका है
आपको बता दें कि मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है. भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम , प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी मृत मिले. प्रियंका की पिछले महीने ही सगाई हुई थी और इस साल के अंत तक उसकी शादी होनी थी.
हाउस फ़ॉर एनिमल्स के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि भाटिया परिवार का पालतू कुत्ता इस जगह को धीरे-धीरे अपनी जगह समझ रहा है. हमने एक डॉग मनोचिकित्सक बुलाया है, जो इससे बात करेगा और इसके फ्यूचर के बारे में पूछेगा. इससे वारदात के बारे में बात नहीं की जाएगी, क्योंकि वह सब याद नहीं दिलाना चाहते हैं. लेकिन उन्हें लगेगा तो वह उस पालतू कुत्ते से उस परिवार के बारे में पूछेंगे. उन्होंने कहा कि हमने ललित के भतीजे ने हमसे संपर्क किया अब शायद वो ये डॉगी नहीं रखेंगे.
इसे मैं अपने पास रखूंगा. इसे शायद वारदात से पहले नींद की गोली खिलाई हो इसलिए नहीं भौंका.उन्होंने कहा है कि हमें पता चला कि बुराड़ी में पूरा परिवार खत्म हो गया है और डॉगी बचा तो हम तुरंत वहां पहुंचे और पुलिस से उसको लेने के लिए कहा है. पुलिसवाले इस डॉगी को कई बार साथ ले जाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन वो 5 फीट की दूरी तक उन्हें नहीं आने दे रहा था. उन्होंने बताया कि वह बहुत अग्रेसिव था. उस वक़्त
हमने करीब 45 मिनट में इसे काबू पर पाया, क्योंकि इसको 24 घण्टे से खाना नहीं मिला था. वो बहुत कुछ देख चुका है और डिप्रेशन में था. जब इसे लेकर आये तो इसे 108 डिग्री बुखार था, लीवर में इन्फेक्शन था और इसकी प्लेटलेट्स कम थी. हमने इसका इलाज किया और कई तरह की थैरेपी की. अब डॉगी की सेहत में 90 प्रतिशत में सुधार हो चुका है
आपको बता दें कि मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है. भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम , प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी मृत मिले. प्रियंका की पिछले महीने ही सगाई हुई थी और इस साल के अंत तक उसकी शादी होनी थी.
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