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This Article is From Mar 15, 2017

जेएनयू खुदकुशी मामला: छात्र कृष्णन का था रोहित बेमुला से कनेक्शन

जेएनयू खुदकुशी मामला: छात्र कृष्णन का था रोहित बेमुला से कनेक्शन
28 साल के मुथू कृष्णन ने प्रशासनिक खंड पर विरोध प्रदर्शनों पर पाबंदी लगाने के जेएनयू के अधिकारियों के आदेश की भी आलोचना की थी.
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के जिस दलित छात्र ने सोमवार को कथित तौर पर खुदकुशी कर ली उसे हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की मौत के बाद चले छात्र आंदोलन में आगे रहे छात्रों में शामिल रहा बताया जाता है और उसने कुछ दिन पहले ही फेसबुक पर एक टिप्पणी में जेएनयू की प्रवेश नीति की तीखी आलोचना की थी.

वायरल हो चुकी इस पोस्ट में 28 साल के मुथू कृष्णन ने प्रशासनिक खंड पर विरोध प्रदर्शनों पर पाबंदी लगाने के जेएनयू के अधिकारियों के आदेश की भी आलोचना की थी.

कृष्णन ने 1 मार्च को अपने पोस्ट में लिखा था, 'एमफिल-पीएचडी में दाखिले में कोई समानता नहीं है, मौखिक परीक्षा में कोई समानता नहीं है, यहां समानता को सिर्फ नकारा जाता है, प्रो सुखदेव थोराट की अनुशंसाओं को नकारना, प्रशासनिक खंड में छात्रों को प्रदर्शन करने का स्थान नहीं देना, वंचितों को शिक्षा नकारना. जब समानता को नकारा जाता है तो हर बात को नकार दिया जाता है.' 

हालांकि पुलिस का दावा है कि वह जेएनयू परिसर में राजनीतिक रूप से सक्रिय किसी समूह के साथ नहीं जुड़ा था और इस मुद्दे पर प्रथमदृष्टया विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका की ओर इशारा करने वाला कोई सबूत नहीं है.

तमिलनाडु के सलेम जिले के रहने वाले कृष्णन ने 2015 में हैदराबाद विश्वविद्यालय से एमफिल पूरी की थी. उसके बाद उसने पीएचडी के लिए जेएनयू में प्रवेश लिया.

जेएनयू के झेलम छात्रावास में रहने वाला कृष्णन कल यहां मुनीरका में अपने दोस्त के घर पंखे से लटका पाया गया था. 

जेएनयू छात्र संघ ने आरोप लगाया है कि रोहित को न्याय दिलाने के लिए चलाये गये आंदोलन से जुड़े रहने के कारण कृष्णन को निशाना बनाया जा रहा था और उसी के चलते अवसाद के कारण कृष्णन ने यह कदम उठाया. जेएनूय के अधिकारियों ने भेदभाव के आरोपों पर कुछ नहीं कहा है लेकिन कुलपति जगदीश कुमार ने ट्विटर पर शोक-संवेदना प्रकट की.

उन्होंने ट्वीट किया, 'जेएनयू परिवार श्री मुथूकृष्णन जे. के असमय और दुखद निधन पर शोक-संतप्त है. हम ईश्वर से इस दुख की घड़ी में उनके परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं.' वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और जांच चल रही है.

डीसीपी :दक्षिण: ईश्वर सिंह ने कहा कि रोहित वेमुला आंदोलन से कृष्णन के जुड़े रहने पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी. लेकिन अभी तक हमें पता है कि वह जेएनयू में सक्रिय किसी छात्र संगठन से जुड़ा नहीं था.

उन्होंने कहा, 'उन्होंने ना तो जेएनयू प्रशासन से कोई शिकायत की थी और ना ही प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई शिकायत की थी.' उन्होंने कहा कि अभी तक छात्र के इस कदम उठाने की वजह नहीं पता चली है क्योंकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.

इस बीच अन्नाद्रमुक और द्रमुक समेत कृष्णन के गृह राज्य तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने घटना पर चिंता जताते हुए इस मामले में पूरी तरह जांच की मांग की है.

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