अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली में पानी सप्लाई करने वाली सरकारी संस्था दिल्ली जल बोर्ड का मुनाफा पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक 178 करोड़ रुपये ज़्यादा हो चुका है। इस बात से फूले नहीं समा रहे सीएम केजरीवाल ने उन आलोचक अर्थशास्त्रियों को नसीहत दी जो उनके फ्री बिजली पानी पर सवाल उठाया करते थे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 'हमने 20,000 लीटर पानी फ्री किया था। लोगों ने कहा कि जल बोर्ड डूब जाएगा, बेड़ा गर्क हो जाएगा लेकिन जल्द ही बोर्ड के सीईओ ने मुझे बताया है कि पिछले साल के मुकाबले अभी तक 178 करोड़ रुपये ज़्यादा आये हैं पिछले साल के मुकाबले।' अपनी बात पूरी करते हुए केजरीवाल ने कहा कि देश के जितने बड़े बड़े अर्थशास्त्री है उन्हें अपनी अर्थशास्त्र की थ्योरी की समीक्षा करनी पड़ेगी।
जनता की सोच बदली
यही नहीं केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि दिल्ली में हर घर को हर महीने 20,000 लीटर पानी फ्री देने से ना सिर्फ जल बोर्ड का मुनाफा बढ़ा बल्कि पानी की बचत भी हुई है। दिल्ली सीएम ने कहा 'हमने 20,000 लीटर फ्री कर रखा है लेकिन 21000 हुआ तो कोई छूट नहीं मिलेगी, तो लोग सोचते हैं कि 20,000 से कम ही इस्तेमाल किया जाए।'
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले पानी मुफ़्त देने का वादा किया था जिसकी अर्थशास्त्रियों और विरोधियों ने काफी आलोचना की थी। यह भी आरोप लगे थे कि केजरीवाल जनता को मुफ्तखोरी की आदत डाल रहे हैं। आम आदमी पार्टी सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला हर महीने 20 हज़ार लीटर फ्री पानी का लिया गया जिसके लिये सरकार करीब 300 करोड़ की सालाना सब्सिडी देती है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 'हमने 20,000 लीटर पानी फ्री किया था। लोगों ने कहा कि जल बोर्ड डूब जाएगा, बेड़ा गर्क हो जाएगा लेकिन जल्द ही बोर्ड के सीईओ ने मुझे बताया है कि पिछले साल के मुकाबले अभी तक 178 करोड़ रुपये ज़्यादा आये हैं पिछले साल के मुकाबले।' अपनी बात पूरी करते हुए केजरीवाल ने कहा कि देश के जितने बड़े बड़े अर्थशास्त्री है उन्हें अपनी अर्थशास्त्र की थ्योरी की समीक्षा करनी पड़ेगी।
जनता की सोच बदली
यही नहीं केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि दिल्ली में हर घर को हर महीने 20,000 लीटर पानी फ्री देने से ना सिर्फ जल बोर्ड का मुनाफा बढ़ा बल्कि पानी की बचत भी हुई है। दिल्ली सीएम ने कहा 'हमने 20,000 लीटर फ्री कर रखा है लेकिन 21000 हुआ तो कोई छूट नहीं मिलेगी, तो लोग सोचते हैं कि 20,000 से कम ही इस्तेमाल किया जाए।'
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले पानी मुफ़्त देने का वादा किया था जिसकी अर्थशास्त्रियों और विरोधियों ने काफी आलोचना की थी। यह भी आरोप लगे थे कि केजरीवाल जनता को मुफ्तखोरी की आदत डाल रहे हैं। आम आदमी पार्टी सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला हर महीने 20 हज़ार लीटर फ्री पानी का लिया गया जिसके लिये सरकार करीब 300 करोड़ की सालाना सब्सिडी देती है।
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