
Delhi Pollution: दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक दिल्ली में एयर क्वालिटी (Air Quality) 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई. जिसके कुछ ही घंटों बाद आज राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण (Air Pollution) से निपटने के लिए प्लानिंग शुरू कर दी गई. दिल्ली के कुछ हिस्सों में भी AQI का लेवल 300 से ऊपर दर्ज किया गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी के रूप में माना जाता है.
वायु प्रदूषण की जांच के लिए GRAP का पहला चरण लागू
दिल्ली में सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण की जांच के लिए केंद्र की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का पहला चरण आज से लागू हो गया. इसके तहत'स्पष्ट रूप से प्रदूषण फैलाने वाले' वाहनों पर अब भारी जुर्माना लगाया जाएगा, जबकि राष्ट्रीय राजधानी के लिए नहीं जाने वाले ट्रकों को पूर्वी और पश्चिमी परिधि के माध्यम से भेजा जाएगा.
पहले चरण के तहत की जाएगी तैयारियां
इसके पहले चरण में 500 वर्गमीटर के बराबर या उससे अधिक के भूखंड आकार वाले प्राइवेट कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन प्रोजेक्ट पर काम को निलंबित करने का आदेश दिया गया है जो धूल शमन उपायों की दूरस्थ निगरानी के लिए राज्य सरकार के पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हैं. कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन का उपयोग किया जाएगा.
वहीं, अधिकारी होटल, रेस्टोरेंट और खुले भोजनालयों में तंदूर में कोयले और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध भी लागू करेंगे. लैंडफिल साइटों पर 'जलाने की गतिविधियों' पर प्रतिबंध भी चरण 1 का हिस्सा है.
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में AQI 212 दर्ज
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में AQI 212 दर्ज किया गया, जिसे 'खराब' माना जाता है. हर साल,सर्दियों के दौरान राष्ट्रीय राजधानी आंखों को चुभने वाले धुंध और गंभीर रूप से जहरीली हवा से जूझती है. इसमें मुख्य रूप से पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना और दिवाली के दौरान पटाखों से होने वाले पर्दूषण के कारण स्थिति का अधिक खराब होना शामिल है.
डॉक्टर प्रदूषण से बचने के लिए मास्क पहनने की दे रहे सलाह
बता दें कि सर्दी के दौरान दिल्ली के अस्पतालों में खांसी, नाक बंद होने, सांस लेने में तकलीफ और यहां तक कि अस्थमा के दौरे से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. जहां डॉक्टर लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं, वहीं अधिकारी स्थिति के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहने के तरीके खोजने की कोशिश कर रहे हैं.
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