दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने हर सेक्टर में ठोस काम किया है और किसी भी दिन को बर्बाद नहीं जाने दिया. यमुना सफाई से लेकर महिला समृद्धि योजना तक और हेल्थ सेक्टर से लेकर पॉल्यूशन कंट्रोल तक सरकार की प्राथमिकताओं और चुनौतियों पर विस्तार से उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत की. साथ ही विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का भी उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि किस तरह उनकी सरकार ने हर योजना को जमीन पर उतारने की दिशा में ठोस शुरुआत कर दी है. पेश है पूरा इंटरव्यू सवाल-जवाब के रूप में.
सवाल: 100 दिन पूरे हो गए हैं। आप अपनी सरकार को 10 में से कितने नंबर देंगी?
जवाब: मार्क्स देने वाली मैं कौन हूं? नंबर तो दिल्ली की जनता देगी. मैं सिर्फ इतना कह सकती हूं कि दिल्ली ने जो विश्वास हम पर जताया, हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. 100 दिन बहुत छोटा समय है, लेकिन हमने हर सेक्टर में काम किया है. सचिवालय अब पूरी तरह सक्रिय है, यहां हजारों लोग आते हैं, अधिकारी अपनी राय देते हैं और पूरी मेहनत से दिल्ली के विकास के लिए काम करते हैं. हमने स्वास्थ्य, शिक्षा, यमुना सफाई, कूड़ा हटाना, हर क्षेत्र में कदम उठाए हैं. जनता भी कहने लगी है कि काम हो रहा है.
सवाल: यमुना सफाई और टूरिज्म प्रोजेक्ट पर अब तक कितना काम हो चुका है? केजरीवाल को डुबकी के लिए कब बुलाएंगी?
जवाब: मां यमुना जिसे बुलाती है वही आ पाता है. पिछली सरकारों ने यमुना के लिए जेनुइन एफर्ट नहीं किया. हमने 100 दिनों में बड़े एक्सपर्ट्स के साथ यमुना सफाई का प्रपोजल बनाया. दिल्ली के 22 बड़े नाले और 1700 अनऑथराइज कॉलोनियों की सीवर समस्या की पहचान की. हमने 40 डीसेंट्रलाइज एसटीपी को मंजूरी दी है जो 4000 करोड़ की लागत से बनेंगे. पूरी सीवर लाइन बिछेगी, उसके बाद साफ पानी यमुना में जाएगा. रास्ता लंबा है, पर दिशा स्पष्ट है.
सवाल: विपक्ष कह रहा है कि आरोग्य मंदिर मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर पेश किया गया है, आप क्या कहेंगी?
जवाब: मोहल्ला क्लीनिक सिर्फ एक टेंपरेरी पोटा केबिन था जिसमें सीमित दवाइयां और अस्थायी डॉक्टर होते थे. यह भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था. कार्यकर्ताओं के रेंट पर लिए गए कमरों को लाखों के रेंट दिखाकर क्लीनिक बना दिया गया था. जबकि आरोग्य मंदिर बड़े डिस्पेंसरी सेंटर हैं, जहां डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, ड्रेसिंग स्टाफ, स्वीपर, वैक्सीनेशन और सभी जरूरी सुविधाएं होंगी. ये सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर देंगे. 1100 ऐसे सेंटर बनने से दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिलेगी. इसका मोहल्ला क्लीनिक से कोई तुलना नहीं है.
सवाल: महिला समृद्धि योजना पर विपक्ष आरोप लगा रहा है कि वादे पूरे नहीं हुए?
जवाब: विपक्ष तो हमेशा विरोध करता रहा है. हमारी नीति और नियत पूरी तरह स्पष्ट है. 5100 करोड़ रुपए का फंड इस योजना के लिए रखा गया है. सभी पात्र बहनों को इसका लाभ मिलेगा. स्क्रूटनी, रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है ताकि कोई पात्र महिला छूटे नहीं. एक बार शुरू होने के बाद यह योजना बिना रुकावट जारी रहेगी. बस फॉर्मेलिटी पूरी हो रही हैं, जल्द ही योजना जमीन पर दिखेगी.
सवाल : इस बार पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए क्या खास तैयारी है?
जवाब: हमारी तैयारी पूरी है. इस बार प्रदूषण को न्यूनतम स्तर तक लाने के लिए हम बेहद गंभीरता से काम कर रहे हैं. सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि पिछली बार जैसी स्थिति दोबारा ना आए.
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