प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जीटी करनाल रोड के एक बस स्टैंड पर मंगलवार को दोपहर बाद सेना के 42-वर्षीय एक लांस हवलदार का शव रहस्यमय स्थिति में मिला. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान सुभाष चंद्र के रूप में हुई है, जो दीवाली मनाने के बाद अपने गृह शहर जम्मू से दिल्ली लौटे थे.
पुलिस ने बताया कि वह दिल्ली यूनिट में लांस हवलदार के पद पर तैनात थे. उनके शव को बस स्टॉप पर एक एक राहगीर ने दोपहर के करीब 1:30 बजे देखा. पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया देखकर ऐसा लगता नहीं है कि लुटेरों ने उनकी हत्या की है. उनका पर्स, पहचान पत्र, एटीएम कार्ड और पैसे वहीं सुरक्षित पाए गए.
पुलिस के मुताबिक लांस हवलदार के शरीर के बाहरी भाग में कोई जख्म नहीं था. उनकी पीठ पर खरोंच का निशान था. देखकर ऐसा लगता है कि गिरने की वजह से चोट लगी है.' सुभाष चंद्र को बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया. जम्मू में उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने बताया कि वह दिल्ली यूनिट में लांस हवलदार के पद पर तैनात थे. उनके शव को बस स्टॉप पर एक एक राहगीर ने दोपहर के करीब 1:30 बजे देखा. पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया देखकर ऐसा लगता नहीं है कि लुटेरों ने उनकी हत्या की है. उनका पर्स, पहचान पत्र, एटीएम कार्ड और पैसे वहीं सुरक्षित पाए गए.
पुलिस के मुताबिक लांस हवलदार के शरीर के बाहरी भाग में कोई जख्म नहीं था. उनकी पीठ पर खरोंच का निशान था. देखकर ऐसा लगता है कि गिरने की वजह से चोट लगी है.' सुभाष चंद्र को बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया. जम्मू में उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं