केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI ) ने 117 करोड़ रुपये की अंतरराष्ट्रीय साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में बुधवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में 10 ठिकानों पर छापेमारी की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय के साइबर अपराध समन्वय केंद्र से मिली शिकायत के आधार पर दर्ज किये गये मामले की जांच के तहत यह छापेमारी की गयी.
सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘अब तक की जांच से खुलासा हुआ है कि विदेशों से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे ये ठग भारत में लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए वेबसाइट, व्हाट्सअप और टेलीग्राम का इस्तेमाल करते हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘वे लोगों को अंशकालिक नौकरी घोटालों, प्रारंभिक निवेश पर ऊंचे ‘रिटर्न' के वादे के माध्यम से लोगों को लुभाते हैं. पीड़ितों द्वारा जमा की गयी रकम को ‘म्यूल अकाउंट' के नेटवर्क के जरिए शीघ्र इस तरह अंतरित किया जाता है कि उसके मूल स्रोत का पता न चले.''
प्रवक्ता ने बताया कि गुरुग्राम में दो और राष्ट्रीय राजधानी में आठ ठिकानों पर की गयी तलाशी के दौरान 10 व्यक्तियों के परिसरों से इलेक्ट्रोनिक उपकरण एवं वित्तीय रिकार्ड समेत ‘अभियोजन योग्य' सबूत जब्त किये गये. उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों के ठगी में शामिल होने का संदेह है.
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