खास बातें
- एक साल से भी अधिक समय बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह ने अपने पहले मैच में ही रिकॉर्ड प्रदर्शन करके राहत की सांस ली तथा मैन ऑफ द मैच पुरस्कार को अपनी मां को समर्पित किया।
कोलंबो: एक साल से भी अधिक समय बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह ने अपने पहले मैच में ही रिकॉर्ड प्रदर्शन करके राहत की सांस ली तथा मैन ऑफ द मैच पुरस्कार को अपनी मां को समर्पित किया।
हरभजन ने इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी टी-20 चैंपियनशिप में 12 रन देकर चार विकेट लिए, जो ट्वेंटी-20 प्रारूप में किसी भी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा, यह पुरस्कार मेरी मां और उन लोगों के लिए जिन्होंने मेरे टीम से बाहर रहने के दौरान पर मुझ पर विश्वास बनाए रखा।
इस ऑफ स्पिनर ने स्वीकार किया कि उनके लिए पिछला एक साल कठिन रहा, लेकिन जब उन्होंने आज दूसरी गेंद पर ही विकेट लिया तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। हरभजन ने कहा, यह मुश्किल साल था। मैं टीम से बाहर था। दूसरे खिलाड़ी वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे इसलिए मेरे लिए वापसी करना मुश्किल था। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण मैच था। मैं पूरे एक साल तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला था। दूसरी गेंद पर ही विकेट लेने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। उन्होंने अपनी रणनीति के बारे में कहा, टी-20 क्रिकेट में खेल को समझना महत्वपूर्ण होता है। मैंने अपने रन अप में थोड़ा कटौती की। मैं बहुत तेज दौड़ रहा था और सही क्षेत्र में गेंद नहीं करवा पा रहा था इसलिए मैंने छोटा रन अप किया और थोड़ा धीमा चला। हरभजन मैन ऑफ द मैच पुरस्कार लेने के बाद भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा, भारत की यह शर्ट मेरे लिए सब कुछ है। मैं नहीं जानता कि यदि मैं भारत के लिए नहीं खेलता तो क्या करता। मैं एसेक्स (हरभजन की इंग्लिश काउंटी) के लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।