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This Article is From Nov 18, 2023

World Cup Final: कंगारुओं से 2003 का बदला ले ही लेगी टीम इंडिया...? 2023 में बहुत कुछ हुआ है 20 साल पहले जैसा

World Cup 2023 Final IND vs AUS: 19 नवंबर को अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक फाइनल खेला जाएगा. 20 साल पहले भी वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें कंगारू की टीम ने बाजी मारी थी लेकिन क्या इस बार ...

World Cup Final: कंगारुओं से 2003 का बदला ले ही लेगी टीम इंडिया...? 2023 में बहुत कुछ हुआ है 20 साल पहले जैसा
World Cup 2023 Final, क्या भारतीय टीम 20 साल का बदला ऑस्ट्रेलिया से ले पाएगी

World Cup 2023 Final IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल अहमदाबाद (Narendra Modi Stadium, Ahmedabad ) में 19 नवंबर को खेला जाएगा.  इस बार का वर्ल्ड कप भारत के लिए शानदार रहा है. भारतीय टीम एक भी मैच अबतक नहीं हारी है. अब फाइनल मैच जीतकर भारतीय टीम ऐतिहासिक तीसरी बार विश्व विजेता बनने के बेहद करीब है. ऐसे में उम्मीद है टीम इंडिया 20 साल पहले विश्वकप फाइनल में मिली हार का बदला ऑस्ट्रेलिया से ले पाएगी. आपको बता दें कि 2003 की तुलना में इस बार के विश्वकप में कुछ समीकरण और संयोग ऐसे बने हैं जो इस बात की ओर इशारा भी करते हैं. मसलन, 2003 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे तो इस बार ऐसा कमाल भारत के विराट कोहली ने किया है. इसके अलावा भी कई ऐसे गजब के संयोग बने हैं जो आपको हैरान कर देंगे. 

यह भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया के फाइनल में पहुंचते ही वसीम अकरम ने की भविष्यवाणी, इस टीम को बताया World Cup 2023 के खिताब का विजेता

2003 के फाइनल में हुआ था भारत और ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला, अब 20 साल बाद फिर से होगा 'फाइनल'
20 साल पहले भारत और ऑस्ट्रेलियाई टीम फाइनल में एक दूसरे के खिलाफ मैच खेली थी जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इस बार पूरा समीकरण भारत के पक्ष में दिख रहा है. उम्मीद है कि अपने देश में भारत विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल करेगा.

2003 का वर्ल्ड कप का खिताब ऑस्ट्रेलिया ने अजेय रहते हुए जीता था, इस बार भारतीय टीम है अजेय
2003 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार परफॉर्मेंस किया था. ऑस्ट्रेलियाई टीम एक भी मैच नहीं हारी थी और अजेय रहते हुए विश्व विजेता बनी थी. वहीं, इस बार भारतीय टीम फाइनल मैच से पहले एक भी मैच नहीं हारी है. ऐसे में क्या अजेय रहते हुए भारतीय टीम विश्व वितेजा बनेगी. यह देखना दिलचस्प होने वाला है. 

2003 में सचिन ने बनाया था रिकॉर्ड, इस बार कोहली ने बनाया रिकॉर्ड
2003 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा कन 673 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे. वहीं, इस बार कोहली ने 711 रन बना लिए हैं. कोहली वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं.

जहीर खान ने 2003 में मचाया था तहलका इस बार शमी मचा रहे हैं खलबली
2003 के वर्ल्ड कप में जहीर ने 18 विकेट लिए थे और इसके अलावा जहीर एक वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. साल 2011 में जहीर ने कुल 21 विकेट अपने नाम करने में सफलता हासिल की थी. वहीं, इस बार शमी ने फाइनल मैच से पहले तक कुल 23 विकेट चटका लिए हैं. शमी ने जहीर खान के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. शमी एक वर्ल्ड कप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. ऐसे में फाइनल में "शमी मैजिक" दिखा तो फिर यकीनन भारतीय टीम तीसरी बार विश्व विजेता बन सकती है. 

भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों का तहलका
2003 का वर्ल्ड कप हो या फिर 2011 का वर्ल्डकप भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों ने शानदार परफॉर्मेंस किया था. जिसके दम पर भारतीय टीम 2003 में जहां फाइनल में पहुंची थी तो वहीं 2011 में विश्व विजेता बनी थी. इस बार के वर्ल्ड कप में भी भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज कमाल का परफॉर्मेंस कर रहे  हैं. साल 2003 में सहवाग और द्रविड़ ने मिडिल ऑर्डर पर बल्लेबाजी की थी और खूब रन बनाए थे. 2003 वर्ल्ड कप में सहवाग ने 299 रन बनाए थे तो वहीं द्रविड़ ने 318 रन बनाने का कमाल किया था. इसके अलावा साल 2011 में जहां युवराज सिंह और गौतम गंभीर ने मिलकर भारत को विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी तो वहीं इस बार कोहली, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर कमाल की बल्लेबाजी कर धमाल मचा रहे हैं. इन बल्लेबाजों के दम पर यकीनन भारत विश्व विजेता बनने का प्रबल दावेदार नजर आ रहा है.

ओपनर बल्लेबाजों का कमाल
इस बार के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा और शुभमन गिल जबरदस्त फॉर्म में हैं. दोनों बल्लेबाज पॉवर प्ले में भी भारत के लिए मैच को पलट दे रहे हैं. ऐसा ही कुछ 2003 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप में हुआ था 2003 में सौरव गांगुली और सचिन ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी कर विश्व क्रिकेट को चौंकाया था. 2003 के वर्ल्ड कप में गांगुली ने 465 रन बनाए थे तो वहीं सचिन ने 673 रन बनाए थे. वहीं, इस बार ओपनिंग करते हुए रोहित ने 550 रन बना लिए हैं तो वहीं गिल ने 350 रन बना लिए हैं. इसके अलावा 2011 वर्ल्डकप में सहवाग ने कुल 380 रन बनाए थे तो वहीं सचिन तेंदुलकर ने 482 रन बनाने का कमाल किया था.

2003 में नेहरा जी ने चटकाए थे 6 विकेट, इस बार शमी ने लिए 7 विकेट
भारतीय तेज गेंदबाजों ने 2003 वर्ल्ड कप में शानदार गेंदबाजी की थी. खासकर नेहरा जी ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच के दौरान 6 विकेट लिए थे जिसने हर किसी को हैरान कर दिया था. इस बार शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर अकेले दम पर भारत को मैच जीता दिया था.

"राहुल' विकेटकीपर

वर्ल्ड कप 2003 में राहुल द्रविड़ ने भारत की ओर से विकेटकीपिंग की थी. इस बार केएल राहुल भारत की ओर से विकेटकीपिंग कर रहे हैं, 

क्या भारत बनेगा तीसरी बार विश्व विजेता

हालांकि, भारतीय टीम 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गई थी लेकिन इस बार भारतीय टीम अपना बदला ऑस्ट्रेलिया से लेकर इतिहास रच पाएगी. बता दें कि भारत को पहली बार 1983 में जीत मिली थी तो वहीं इसके अलावा 2011 में भारत 28 साल बाद धोनी की कप्तानी में दूसरी बार विश्व विजेता बना था. अब देखना है कि रोहित की कप्तानी में भारत तीसरी हार विश्व विजेता बन सकता है या नहीं.

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