भारत ने पहला एशिया कप सुनील गावस्कर की कप्तानी में जीता था (फाइल फोटो)
टी-20 वर्ल्ड कप से पहले एशिया कप क्रिकेट 24 फरवरी से बांग्लादेश में खेला जाएगा। यह 14वां एशिया कप होगा। इस बार का एशिया कप 20-20 फॉर्मेट में खेला जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले तक यह टूर्नामेंट 50-50 ओवर के फॉर्मेट में खेला जाता रहा है। खास बात यह कि इस टूर्नामेंट में सबकी नजरें भारत और पाकिस्तान के मैच में पर रहती हैं। इस एशिया कप में 27 फ़रवरी को टीम इंडिया की टक्कर पाकिस्तान से होगी।
हम आपको 1984 में शारजाह में पहली बार हुए इस टूर्नामेंट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें फाइनल मुकाबला तो नहीं खेला गया था, लेकिन टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच खेला गया अंतिम लीग मैच फाइनल की तरह ही था, क्योंकि उसी से चैंपियन का फैसला होना था।
तीन टीमें, तीन मुकाबले
पहले एशिया कप में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने भाग लिया लिया था। इनके बीच तीन मैच खेले गए थे। भारत ने पहले लीग मैच में श्रीलंका को हरा दिया था, जबकि दूसरे मैच में श्रीलंका ने पाकिस्तान को हराकर अंकतालिका में टीम इंडिया की बराबरी कर ली थी। ऐसे में टीम इंडिया के लिए पाकिस्तान से होने वाला अंतिम लीग मुकाबला जीतना टूर्नामेंट का चैंपियन बनने के लिए जरूरी था।
सुरिंदर खन्ना की शानदार पारी
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर की कप्तानी में टॉस जीतकर टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की। टीम इंडिया के ओपनर सुरिंदर खन्ना और गुलाम पार्कर ने बढ़िया पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े। खन्ना ने 72 गेंदों में 56 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 3 चौके, 2 छक्के शामिल रहे। उनके अलावा संदीप पाटिल ने 43 और कप्तान गावसकर ने 36 रन बनाए। इस प्रकार भारत ने 46 ओवर में 4 विकेट खोकर पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 188 रन का स्कोर खड़ा किया।
शास्त्री-बिन्नी की घातक गेंदबाजी, पाक 134 पर ऑलआउट
189 रन के छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी और 134 रन पर ही सिमट गई। पाक की ओर से ओपनर मोहसिन खान ने सर्वाधिक 35 रन बनाए। पाकिस्तान के केवल दो बल्लेबाज ही 20 से ज्यादा रन बना पाए। टीम इंडिया की ओर से रवि शास्त्री और रोजर बिन्नी ने तीन-तीन विकेट लिए।
टीम इंडिया ऐसे बनी चैंपियन
तीन मैचों के बाद भारत के 8 अंक रहे, जबकि श्रीलंका के 4 अंक रहे। पाकिस्तान टी कोई भी मैच नहीं जीत पाई, जिससे उसके अंक शून्य रहे। इस प्रकार टीम इंडिया ने अंकतालिका में टॉप पर रहते हुए कप पर कब्जा कर लिया।
चोटिल कपिल देव नहीं खेले थे
टीम इंडिया के 1983 में वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव चोट के कारण इस टूर्नामेंट में नहीं खेले थे। पाकिस्तानी टीम भी अपने इमरान खान के बिना खेली थी।
5 बार चैंपियन रही टीम इंडिया
भारत और श्रीलंका की टीमें सबसे ज्यादा 5 बार एशिया कप की चैंपियन रही हैं। टीम इंडिया ने 1984 में हुए पहला एशिया कप का खिताब जीतने के बाद से 1988, 1990-1991, 1995, 2010 में चैंपियन रह चुकी हैं। टीम इंडिया 3 बार उपविजेता भी रही है। वहीं श्रीलंका 1986 में पहली बार ख़िताब जीतने के बाद से 1997, 2004, 2008 और 2014 में चैंपियन रही है। पाकिस्तान ने 2000 और 2012 में ये ख़िताब जीता है।
एशिया कप 2016 : भारत के मैच
टूर्नामेंट में भारत अपना पहला मैच 24 फ़रवरी को मेज़बान बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेलेगा। 27 फ़रवरी को उसकी टक्कर पाकिस्तान से होगी जबकि भारत और श्रीलंका के बीच मुक़ाबला 2 मार्च को होगा। फ़ाइनल मैच 6 मार्च को खेला जाएगा।
हम आपको 1984 में शारजाह में पहली बार हुए इस टूर्नामेंट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें फाइनल मुकाबला तो नहीं खेला गया था, लेकिन टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच खेला गया अंतिम लीग मैच फाइनल की तरह ही था, क्योंकि उसी से चैंपियन का फैसला होना था।
तीन टीमें, तीन मुकाबले
पहले एशिया कप में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने भाग लिया लिया था। इनके बीच तीन मैच खेले गए थे। भारत ने पहले लीग मैच में श्रीलंका को हरा दिया था, जबकि दूसरे मैच में श्रीलंका ने पाकिस्तान को हराकर अंकतालिका में टीम इंडिया की बराबरी कर ली थी। ऐसे में टीम इंडिया के लिए पाकिस्तान से होने वाला अंतिम लीग मुकाबला जीतना टूर्नामेंट का चैंपियन बनने के लिए जरूरी था।
सुरिंदर खन्ना की शानदार पारी
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर की कप्तानी में टॉस जीतकर टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की। टीम इंडिया के ओपनर सुरिंदर खन्ना और गुलाम पार्कर ने बढ़िया पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े। खन्ना ने 72 गेंदों में 56 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 3 चौके, 2 छक्के शामिल रहे। उनके अलावा संदीप पाटिल ने 43 और कप्तान गावसकर ने 36 रन बनाए। इस प्रकार भारत ने 46 ओवर में 4 विकेट खोकर पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 188 रन का स्कोर खड़ा किया।
शास्त्री-बिन्नी की घातक गेंदबाजी, पाक 134 पर ऑलआउट
189 रन के छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी और 134 रन पर ही सिमट गई। पाक की ओर से ओपनर मोहसिन खान ने सर्वाधिक 35 रन बनाए। पाकिस्तान के केवल दो बल्लेबाज ही 20 से ज्यादा रन बना पाए। टीम इंडिया की ओर से रवि शास्त्री और रोजर बिन्नी ने तीन-तीन विकेट लिए।
टीम इंडिया ऐसे बनी चैंपियन
तीन मैचों के बाद भारत के 8 अंक रहे, जबकि श्रीलंका के 4 अंक रहे। पाकिस्तान टी कोई भी मैच नहीं जीत पाई, जिससे उसके अंक शून्य रहे। इस प्रकार टीम इंडिया ने अंकतालिका में टॉप पर रहते हुए कप पर कब्जा कर लिया।
चोटिल कपिल देव नहीं खेले थे
टीम इंडिया के 1983 में वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव चोट के कारण इस टूर्नामेंट में नहीं खेले थे। पाकिस्तानी टीम भी अपने इमरान खान के बिना खेली थी।
5 बार चैंपियन रही टीम इंडिया
भारत और श्रीलंका की टीमें सबसे ज्यादा 5 बार एशिया कप की चैंपियन रही हैं। टीम इंडिया ने 1984 में हुए पहला एशिया कप का खिताब जीतने के बाद से 1988, 1990-1991, 1995, 2010 में चैंपियन रह चुकी हैं। टीम इंडिया 3 बार उपविजेता भी रही है। वहीं श्रीलंका 1986 में पहली बार ख़िताब जीतने के बाद से 1997, 2004, 2008 और 2014 में चैंपियन रही है। पाकिस्तान ने 2000 और 2012 में ये ख़िताब जीता है।
एशिया कप 2016 : भारत के मैच
टूर्नामेंट में भारत अपना पहला मैच 24 फ़रवरी को मेज़बान बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेलेगा। 27 फ़रवरी को उसकी टक्कर पाकिस्तान से होगी जबकि भारत और श्रीलंका के बीच मुक़ाबला 2 मार्च को होगा। फ़ाइनल मैच 6 मार्च को खेला जाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
भारत बनाम पाकिस्तान, क्रिकेट, एशिया कप, सुनील गावस्कर, एशिया कप 1984, सुरिंदर खन्ना, रवि शास्त्री, रोजर बिन्नी, India Vs Pakistan, Cricket, Asia Cup, Sunil Gavaskar, Asia Cup 1984, Surinder Khanna, Ravi Shastri, Roger Binny