एन श्रीनिवासन (फाइल फोटो)
कोलकाता में बीसीसीआई वर्किंग कमेटी की बैठक एन श्रीनिवासन के मुद्दे पर रद्द करनी पड़ी। तमिलनाडु क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के तौर पर एन श्रीनिवासन वर्किंग कमेटी में शामिल हैं, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के मसले पर उनकी भूमिका पर जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने ऐतराज जताया, उसे देखते हुए कुछ सदस्य उनके बैठक में शामिल होने का विरोध कर रहे थे।
अब बीसीसीआई की ओर से कहा गया है कि वह एन श्रीनिवासन के बारे में सुप्रीम कोर्ट से निर्देश लेगी कि क्या वे बैठक भाग ले सकते हैं या नहीं। बीसीसीआई की सालाना आम बैठक (एजीएम) 27 सितंबर को होने वाली है। इस बैठक में श्रीनिवासन भाग ले पाएंगे या नहीं, यह सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर तय होगा।
अगर सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई की बैठक में एन श्रीनिवासन के भाग लेने पर भी ऐतराज जताया या फिर बीसीसीआई के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का साथ नहीं मिला, तो आईसीसी चेयरमैन का उनका पद भी खतरे में पड़ जाएगा।
हालांकि बीसीसीआई के अंदर अभी भी श्रीनिवासन को कई सदस्यों का समर्थन हासिल है। श्रीनिवासन भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि आईसीसी के प्रमुख के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करें। हालांकि इसके लिए जरूरी होगा कि उन्हें डालमिया का पूरा साथ मिले। अगर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतराज नहीं जताया तो बहुत संभव है कि डालमिया, श्रीनिवासन का ही साथ देंगे।
श्रीनिवासन जून, 2014 में आईसीसी चेयरमैन बने थे और उनका कार्यकाल दो सालों का है। अपने कार्यकाल में उन्होंने बीसीसीआई, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड और इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड के दबदबे को मजबूत बनाया है।
अब बीसीसीआई की ओर से कहा गया है कि वह एन श्रीनिवासन के बारे में सुप्रीम कोर्ट से निर्देश लेगी कि क्या वे बैठक भाग ले सकते हैं या नहीं। बीसीसीआई की सालाना आम बैठक (एजीएम) 27 सितंबर को होने वाली है। इस बैठक में श्रीनिवासन भाग ले पाएंगे या नहीं, यह सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर तय होगा।
अगर सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई की बैठक में एन श्रीनिवासन के भाग लेने पर भी ऐतराज जताया या फिर बीसीसीआई के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का साथ नहीं मिला, तो आईसीसी चेयरमैन का उनका पद भी खतरे में पड़ जाएगा।
हालांकि बीसीसीआई के अंदर अभी भी श्रीनिवासन को कई सदस्यों का समर्थन हासिल है। श्रीनिवासन भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि आईसीसी के प्रमुख के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करें। हालांकि इसके लिए जरूरी होगा कि उन्हें डालमिया का पूरा साथ मिले। अगर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतराज नहीं जताया तो बहुत संभव है कि डालमिया, श्रीनिवासन का ही साथ देंगे।
श्रीनिवासन जून, 2014 में आईसीसी चेयरमैन बने थे और उनका कार्यकाल दो सालों का है। अपने कार्यकाल में उन्होंने बीसीसीआई, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड और इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड के दबदबे को मजबूत बनाया है।
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