विज्ञापन
This Article is From Feb 12, 2024

U19 WC 2024: "खिड़कियों के शीशे टूटने के डर से...", भारतीय मूल का वो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिसने फाइनल में पलट दी बाजी

Harjas Singh U19 Australian Player: भारतीय मूल के इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के पिता, इंद्रजीत सिंह, पंजाब राज्य मुक्केबाजी चैंपियन थे, जबकि उनकी माँ अविंदर कौर एक लंबी कूद खिलाड़ी थीं.

U19 WC 2024: "खिड़कियों के शीशे टूटने के डर से...", भारतीय मूल का वो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिसने फाइनल में पलट दी बाजी
IND vs AUS Under 19 WC Final

Harjas Singh U19 Australian Player: ऑस्ट्रेलिया ने तीन महीने के अंदर दूसरी बार भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल तोड़कर रविवार को यहां फाइनल में 79 रन से जीत दर्ज करके चौथी बार अंडर-19 विश्व कप जीता. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट पर 253 रन चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम इसके जवाब में 43.5 ओवर में 174 रन बनाकर आउट हो गई. ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम ने पिछले साल 19 नवंबर को अहमदाबाद में खेले गए वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत को हराकर उसका आईसीसी ट्रॉफी जीतने का इंतजार बढ़ा दिया था. अब उसकी जूनियर टीम ने पिछली बार के चैंपियन भारत को छठी बार अंडर-19 विश्व कप नहीं जीतने दिया। यह पहला अवसर है जबकि भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा.

खेल से रहा है पुराना रिश्ता 

हरजस सिंह का जन्म 31 जनवरी 2005 को सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में हुआ था. उनके माता पिता भारतीय मूल के थे. उनका परिवार 2000 में चंडीगढ़ से सिडनी चला गया था. हरजस ने आठ साल की उम्र में न्यू साउथ वेल्स के स्थानीय रेवेस्बी वर्कर्स क्रिकेट क्लब में एक बाहरी खिलाड़ी के रूप में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. हरजस, उस्मान ख्वाजा को अपना आदर्श मानते हैं, उनको नील डी'कोस्टा ने प्रशिक्षित किया था, जिन्होंने माइकल क्लार्क, फिल ह्यूजेस, मिशेल स्टार्क और मार्नस लाबुशेन जैसे खिलाड़ियों को भी प्रशिक्षित किया है.

हरजस सिंह ने आगे बताया "मेरा परिवार अभी भी चंडीगढ़ और अमृतसर में है, लेकिन आखिरी बार मैं 2015 में वहां गया था. इसके बाद क्रिकेट हावी हो गया और मुझे कभी मौका नहीं मिला. मेरे चाचा अभी भी वहीं रहते हैं." हरजस ने बातचीत में इंडियन एक्सप्रेस को बताया. हरजस वेस्टफील्ड स्पोर्ट्स हाई स्कूल, फेयरफील्ड के छात्र है. हरजस सिंह के माता और पिता भी खेलकूद से जुड़े थे. उनके पिता, इंद्रजीत सिंह, पंजाब राज्य मुक्केबाजी चैंपियन थे, जबकि उनकी माँ अविंदर कौर एक लंबी कूद खिलाड़ी थीं.

हरजस ने 2023 में एसबीएस पंजाबी को बताया था, "मेरे माता-पिता ने मुझे तैयार करने के लिए अपना सारा खाली समय बलिदान कर दिया कि मुझे उचित प्रशिक्षण मिले. वे परिवहन उद्योग में काम करते हैं. उन्होंने मेरे करियर को आकार देने में मदद करने के लिए घंटों और अपनी बहुत सारी बचत खर्च की." हरजस ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने दाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में शुरुआत की थी और उन्हें अपनी बल्लेबाजी का हाथ क्यों बदलना पड़ा.

हरजस कैसे बने दाएं से बाएं हाथ के बल्लेबाज़ 

"एक युवा बच्चे के रूप में दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हुए, मुझे लेग-साइड पर पास की खिड़कियों के शीशे टूटने का खतरा था. इसलिए, मैंने उस दिक्कत से बचने के लिए बाएं हाथ से बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया और मैं इस पर कायम रहा" यह! हालाँकि, मैं दाएँ हाथ से मध्यम गति के गेंदबाज़ फेंकता हूँ, और दाएँ हाथ से गेंद फेंकता हूँ," उन्होंने आगे कहा. अपनी यात्रा पर बोलते हुए, हरजस ने कहा कि अपनी भारतीय विरासत के कारण, उन्हें दूसरों से अलग दिखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने कहा था, "अगर आप दूसरों से अलग दिखते हैं, तो आपको उस पहचान और क्षेत्र में अपनी जगह बनाए रखने के लिए कुछ अलग और बहुत कुछ करना होगा."

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
Report: राजस्थान के टॉप 3 खिलाड़ी हुए पक्के, संजू सैमसन सहित तीनों को मिलेगी इतनी सालाना फीस
U19 WC 2024: "खिड़कियों के शीशे टूटने के डर से...", भारतीय मूल का वो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिसने फाइनल में पलट दी बाजी
Virat Kohli: Virat Kohli Fourt Indian to 9000 Test Runs, Sachin Tendulkar, Rahul Dravid, Sunil Gavaskar Top the List
Next Article
Virat Kohli: शतक से चूके विराट कोहली का ऐतिहासिक कारनामा, ऐसा करने वाले चौथे भारतीय
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com