
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) ने कप्तान ड्वेन ब्रावो की आलोचना की और कहा कि डब्ल्यूआईसीबी के पास भारत दौरा रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
वेस्टइंडीज खिलाड़ियों ने डब्ल्यूआईसीबी के साथ चल रहे भुगतान विवाद के कारण भारत के बचे दौरे से हटने का फैसला किया।
गुस्साये कैरेबियाई खिलाड़ियों ने बीसीसीआई को बचे हुए दौरे को रद्द करने के अपने फैसले से अवगत कराया। भारतीय बोर्ड अब वेस्टइंडीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है।
डब्ल्यूआईसीबी ने एक बयान में कहा, डब्ल्यूआईसीबी पुष्टि करता है कि भारत में ड्वेन ब्रावो की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज टीम ने डब्ल्यूआईसीबी को वेस्टइंडीज टीम प्रबंधन के जरिये संकेत दिया है कि खिलाड़ियों ने भारत के बचे हुए दौरे से हटने का फैसला किया है। इसके मुताबिक, खिलाड़ियों के इस कदम के परिणामस्वरूप डब्ल्यूआईसीबी के पास बीसीसीआई को यह बताने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है कि अब बचे हुए पांच मैचों (पांचवां वनडे, एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच और तीन टेस्ट मैच) के लिए हम वेस्टइंडीज टीम उपलब्ध नहीं करा पाएंगे।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने यह फैसला करने के लिये 21 अक्तूबर को बारबाडोस में आपात बोर्ड बैठक बुलाई है कि खिलाड़ियों के हटने से क्या नतीजे निकलेंगे और अगर जरूरी होगा तो किसी तरह की कार्रवाई की आवश्यकता होगी। डब्ल्यूआईसीबी ने खिलाड़ियों को सजा देने की संभावना से इनकार नहीं किया है और इसके बारे में चर्चा बैठक में की जायेगी। धर्मशाला में चौथे वनडे के बाद भारत दौरे से हटने के बाद बीसीसीआई ने कहा कि वह आईसीसी के पास जाएगा तथा वह डब्ल्यूआईसीबी पर मुकदमा दायर करने और नुकसान की भरपाई करने पर विचार कर रहा है।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने कहा, हम इसे ऐसे नहीं छोड़ेंगे क्योंकि हमने उनका हर कदम पर साथ सहयोग किया है। डब्ल्यूआईसीबी ने बीसीसीआई, भारत और वेस्टइंडीज में प्रायोजकों और प्रशंसकों से माफी मांगी है।
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