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This Article is From Jul 25, 2015

चाहता था मेरी बेटी मुझे क्रिकेटर के रूप में जानें, एक आतंकवादी के रूप में नहीं : श्रीसंत

चाहता था मेरी बेटी मुझे क्रिकेटर के रूप में जानें, एक आतंकवादी के रूप में नहीं : श्रीसंत
एस श्रीसंत (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत द्वारा स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से बरी किए गए एस श्रीसंत ने कहा कि वह चाहते थे कि उनकी बेटी जब उनका नाम गूगल करे तो एक क्रिकेटर के रूप में उन्हें जाने, एक आतंकवादी के रूप में नहीं।

श्रीसंत ने कहा, ‘‘मेरी बेटी तीन महीने की है। जब वह बड़ी होकर मेरा नाम गूगल करेगी तो मैं चाहता हूं कि वह मुझे क्रिकेटर के रूप में पाये, आतंकवादी के रूप में नहीं। मैंने जब दाउद इब्राहिम के साथ अपनी तस्वीर फ्लैश होते देखी तो मैं स्तब्ध रह गया। मैं हैरान था कि मैंने ऐसा क्या कर दिया है।’’

उसने कहा, ‘‘मेरे पिता को दो बार दिल का दौरा पड़ चुका है। उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई है। जब बेटे को तिहाड़ जेल भेजा गया तो पिता पर क्या गुजरी होगी।’’

बीसीसीआई ने कहा है कि वह अनुशासन समिति का फैसला नहीं बदलेगी और श्रीसंत ने कहा कि वह बीसीसीआई से लड़ना नहीं चाहता।

उसने कहा, ‘‘मैं जो कुछ भी हूं, बीसीसीआई की वजह से हूं और मैं उसके खिलाफ नहीं जाऊंगा। मेरा मानना है कि वे मेरी सच्चाई देखेंगे। फिलहाल मुझे खुशी है कि मैं कम से कम क्लब मैच खेल सकूंगा और फिर आउटस्विंगर डाल सकूंगा।’’

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