कमलेश नागरकोटी (जूनियर टीम के तेज गेंदबाज)
खास बातें
- शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी का कमाल
- शिवम माली ने निकाली 144.5 प्रति/घंटा की स्पीड
- कमलेश नागरकोटी ने फैंकी 146.8 प्रति/घंटा से गेंद
नई दिल्ली: न्यूजीलैंड में खेले जा रहे आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मुकाबले में करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को एक ऐसे तस्वीर देखने को मिली, जो उन्हें एक बार को चौंका गई. यह एक ऐसी बात थी, जिसके दर्शन सीनियर क्रिकेट में भी बमुश्किल ही होते हैं! बल्कि ये दर्शन दक्षिण अफ्रीका में मिली तेज पिचों के बावजूद विराट कोहली के गेंदबाज भी नहीं करा पा रहे हैं. लेकिन जब न्यूजीलैंड में चल रहे अंडर-19 विश्व कप में दो भारतीय युवाओं के कंधे का दम स्पीड मीटर में देखने को मिला, तो भारतीय दिग्गज सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग भी वाह-वाह कर उठे.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में इन दोनों युवाओं ने ऐसी स्पीड निकाली कि सौरव गांगुली इन दोनों का जिक्र अपने ट्विटर अकाउंट पर करने से खुद को नहीं रोक सके. बीसीसीआई की क्रिकेट कमेटी के सदस्य सौरव गांगुली ने वीवीएस लक्ष्मण और बीसीसीआई को किए ट्वीट में कहा कि इन दोनों युवा पेसरों पर नजर रखी जाए. सौरव ने अंडर-19 टीम में खेल रहे तीन युवा पेसरों को सबसे तेज और जूनियर टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज करार दिया.
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इन दोनों ही जूनियर गेंदबाजों ने पहले मैच में ऑस्ट्रेलियाई जूनियरों को जमकर छकाया. उत्तर प्रदेश के शिवम मावी और राजस्थान के कमलेश नागरकोटी दोनों ने ही तीन-तीन विकेट लिए. लेकिन इनके विकेटों से ज्यादा दिग्ग्ज क्रिकेटरों को इनकी गति ने मोहित कर दिया. सौरव गांगुली के साथ-साथ वीरेंद्र सहवाग ने भी इन दोनों गेंदबाजों की भूरि-भूरि प्रशंसा की.
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वास्तव में सिर्फ 18 साल की उम्र में 145 प्रति घंटा की रफ्तार निकालना बहुत ही चौंकाने वाली बात है, लेकिन यह बताने के लिए काफी है कि अब तेज गेंदबाजी के मामले में भारत की तस्वीर बदल रही है. और वह दिन दूर नहीं, जब शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी जैसे गेंदबाज बड़े-बड़े बल्लेबाजों की नाक में दम कर देंगे.