
सचिन तेंदुलकर और ब्रेट ली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच होता है तो उसमें रोमांच की गारंटी होती है. दोनों टीमों के खिलाड़ी अपनी टीम को मैच जिताने के लिए पूरा जोर लगा देते हैं. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच में खिलाड़ी गेम से ध्यान भटकाने के लिए एक दूसरे पर स्लेजिंग करते हैं. खिलाड़ियों के ऐसा करने से मैच में रोमांच और बढ़ जाता है, जिसे फैंस खूब पसंद करते हैं. स्लेजिंग में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी बहुत आगे रहते हैं और वो ऐसा करने का कोई मौका नहीं गंवाते. ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भी नहीं छोड़ा है. अपने समय के दिग्गज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा और ब्रेट से सचिन तेंदुलकर की जंग को कौन भूल सकता है. सचिन जब इन गेंदबाजों की खबर लेने लगते थे, तो ये गेंदबाज स्लेजिंग से सचिन का ध्यान भटकाने की कोशिश करते थे. कई बार ऐसा करके इन्होंने सचिन का विकेट भी लिया है. सचिन का विकेट लेकर ये गेंदबाज कितने खुश होते थे इसके बारे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने बताया.
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विश्व के महान तेज गेंदबाजों में शामिल रह चुके ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ब्रेट ली ने शुक्रवार को कहा कि वह जिस आवाज को सुनना पसंद करते थे और जो उनके लिए सर्वश्रेष्ठ आवाज थी, वो उनकी गेंद द्वारा सचिन तेंदुलकर के विकेट को उखाड़ने की आवाज थी. उन्होंने यह बात केरल सरकार के कोक्लियर इम्पलांटेशन प्रोग्राम के तहत उन युवा बच्चों से बात करते हुए कही, जिन्हें सुनने में परेशानी है.
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ब्रेट ली ने कहा, "जो आवाज मैं सुनना नहीं चाहता था, वह थी-अंपायर का गेंद को नो बाल करार देना. "ली यहां ग्लोबल हियरिंग प्रोजेक्ट के ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर उपस्थिति थे. ली ने कहा कि उनके बेटे को भी सुनने में परेशानी थी लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक है. इसी कारण वह इस कार्यक्रम के साथ जुड़े हैं.
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कार्यक्रम के बाद ली ने अपने ट्विटर पर लिखा, "केरल में हियरिंग स्क्रीनिंग मैनडेट कार्यक्रम की सफलता को देखकर मैं काफी खुश हूं. बता दें कि बेंट ली ने अपने नौ साल के लंबे करियर में 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट लिए थे. उन्होंने 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के संन्यास ले लिया था. वह ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे सफल गेंदबाज हैं.
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विश्व के महान तेज गेंदबाजों में शामिल रह चुके ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ब्रेट ली ने शुक्रवार को कहा कि वह जिस आवाज को सुनना पसंद करते थे और जो उनके लिए सर्वश्रेष्ठ आवाज थी, वो उनकी गेंद द्वारा सचिन तेंदुलकर के विकेट को उखाड़ने की आवाज थी. उन्होंने यह बात केरल सरकार के कोक्लियर इम्पलांटेशन प्रोग्राम के तहत उन युवा बच्चों से बात करते हुए कही, जिन्हें सुनने में परेशानी है.
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ब्रेट ली ने कहा, "जो आवाज मैं सुनना नहीं चाहता था, वह थी-अंपायर का गेंद को नो बाल करार देना. "ली यहां ग्लोबल हियरिंग प्रोजेक्ट के ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर उपस्थिति थे. ली ने कहा कि उनके बेटे को भी सुनने में परेशानी थी लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक है. इसी कारण वह इस कार्यक्रम के साथ जुड़े हैं.
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कार्यक्रम के बाद ली ने अपने ट्विटर पर लिखा, "केरल में हियरिंग स्क्रीनिंग मैनडेट कार्यक्रम की सफलता को देखकर मैं काफी खुश हूं. बता दें कि बेंट ली ने अपने नौ साल के लंबे करियर में 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट लिए थे. उन्होंने 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के संन्यास ले लिया था. वह ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे सफल गेंदबाज हैं.
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