सैयद किरमानी (फाइल फोटो)
हैदराबाद:
भारत के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने कहा है कि वह दिन दूर नहीं जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10-10 ओवर के मैच होंगे, क्योंकि इससे मुकाबले और रोमांचक हो जाएंगे।
किरमानी ने कहा कि शुरुआत में सिर्फ टेस्ट मैच खेले जाते थे, लेकिन 1975 में 60-60 ओवरों के मैच शुरू हुए, जिसके बाद 50 ओवरों के मैच आए और अब टी-20 जैसा रोमांचक प्रारूप खेला जा रहा है।
उन्होंने कहा, ये तीनों प्रारूप आगे भी लोकप्रिय रहेंगे और भविष्य में टी-10 जैसा और रोमांचक प्रारूप भी आ सकता है। क्रिकेट में काफी ग्लैमर और व्यावसायिकरण आ चुका है, जो अच्छा है। किरमानी ने कहा कि उनके दौर में सिर्फ पारंपरिक तकनीकों पर जोर था, लेकिन अब बात सिर्फ जीत की रह गई है।
अब सिर्फ नतीजों पर जोर
उन्होंने कहा, इससे कोई मतलब नहीं कि आपके पास बल्लेबाजी तकनीक है, फील्डिंग तकनीक, विकेटकीपिंग तकनीक या बल्लेबाजी तकनीक। फोकस नतीजों पर है, जो अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा, मैं पुरानी सोच का हूं। उचित तकनीक से आप लंबे समय तक खेल सकते हैं और उनसे ज्यादा आपकी प्रशंसा होगी, जिनके पास तकनीक नहीं है।
क्रिकेट में काफी बदलाव
किरमानी ने कहा कि क्रिकेट में अब काफी बदलाव आ चुका है और अधिक पैसा तथा ग्लैमर आना खेल के लिए अच्छा है। अब क्रिकेट में जमीन-आसमान का फर्क आ गया है। हमारे पास कभी कोच या सहयोगी स्टाफ नहीं होता। हम खुद विरोधी खिलाड़ियों की कमियां तलाशते थे और अपनी गलतियां सुधारते थे।
किरमानी ने कहा कि शुरुआत में सिर्फ टेस्ट मैच खेले जाते थे, लेकिन 1975 में 60-60 ओवरों के मैच शुरू हुए, जिसके बाद 50 ओवरों के मैच आए और अब टी-20 जैसा रोमांचक प्रारूप खेला जा रहा है।
उन्होंने कहा, ये तीनों प्रारूप आगे भी लोकप्रिय रहेंगे और भविष्य में टी-10 जैसा और रोमांचक प्रारूप भी आ सकता है। क्रिकेट में काफी ग्लैमर और व्यावसायिकरण आ चुका है, जो अच्छा है। किरमानी ने कहा कि उनके दौर में सिर्फ पारंपरिक तकनीकों पर जोर था, लेकिन अब बात सिर्फ जीत की रह गई है।
अब सिर्फ नतीजों पर जोर
उन्होंने कहा, इससे कोई मतलब नहीं कि आपके पास बल्लेबाजी तकनीक है, फील्डिंग तकनीक, विकेटकीपिंग तकनीक या बल्लेबाजी तकनीक। फोकस नतीजों पर है, जो अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा, मैं पुरानी सोच का हूं। उचित तकनीक से आप लंबे समय तक खेल सकते हैं और उनसे ज्यादा आपकी प्रशंसा होगी, जिनके पास तकनीक नहीं है।
क्रिकेट में काफी बदलाव
किरमानी ने कहा कि क्रिकेट में अब काफी बदलाव आ चुका है और अधिक पैसा तथा ग्लैमर आना खेल के लिए अच्छा है। अब क्रिकेट में जमीन-आसमान का फर्क आ गया है। हमारे पास कभी कोच या सहयोगी स्टाफ नहीं होता। हम खुद विरोधी खिलाड़ियों की कमियां तलाशते थे और अपनी गलतियां सुधारते थे।
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