![Team India Meeting With PM Modi: "पब्लिक ने बूइंग किया..." पीएम मोदी ने पूछा हार्दिक बताइए, तो पांड्या ने सुनाई अपनी कहानी Team India Meeting With PM Modi: "पब्लिक ने बूइंग किया..." पीएम मोदी ने पूछा हार्दिक बताइए, तो पांड्या ने सुनाई अपनी कहानी](https://c.ndtvimg.com/2024-07/fkontq9_hardik-pandya-_625x300_04_July_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
PM Modi with T20 Champions: हार्दिक पांड्या के लिए बीते कुछ दिन काफी उतार चढ़ाव भरे रहे हैं. आईपीएल 2024 के पहले मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा की जगह हार्दिक को टीम का कप्तान नियुक्त किया था. इसके चलते हार्दिक को मुंबई इंडियंस के फैंस के गुस्से का सामना करना पड़ा. वानखेड़े में हार्दिक की जबरदस्त हूटिंग हुई. लेकिन टी20 विश्व कप के फाइनल के बाद चीजें पूरी तरह से बदल गई. हार्दिक ने फाइनल में शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को मैच में ना सिर्फ वापसी करवाई, बल्कि आखिरी ओवर में जब टीम इंडिया को जीत के लिए 16 रन डिफेंड करने थे, तब उन्होंने सिर्फ 8 रन दिए और एक विकेट भी हासिल किया. भारतीय टीम 17 साल बाद टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम करने में सफल हुई और टीम इंडिया की इस जीत के हीरो हार्दिक पांड्या रहे. हार्दिक पांड्या को इसके बाद फैंस का जबरदस्त प्यार मिला. फाइनल में जीत के बाद जब हार्दिक से सवाल हुआ तो इस दौरान उनका दर्द साफ तौर पर छलक पड़ा.
बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल के बाद हार्दिक पांड्या ने स्टार स्पोर्ट्स् के साथ बातचीत में कहा,"सब उस टाइम पे पूरे छ महीने ऐसे लगे कि पूरे छ महीने मेरे जो गए हैं, वो वापस आए क्या, हुआ क्या नहीं हुआ, और मैं बहुत कंट्रोल किया, लेकिन आज जो छ महीने गुजरे, पूरे तरीके से चालू हुआ, और देखिए ऊपर वाले की कृपा देखिए कि मौका भी कैसा मिला, आखिरी ओवर में, आखिरी ओवर में ऐसा एक सिचुएशन जहां मैं इमेजिन नहीं कर पाया, और आई मीन बस क्या बताऊ आईम स्पीचलेस."
वहीं पीएम मोदी ने हार्दिक से इस स्पीच को लेकर पूछा कि हार्दिक बताइए. इसके जवाब में हार्दिक ने कहा,"फर्स्ट ऑफ ल थैंक यू सर, हमें बुलाने के लिए, आई मीन वो जो इंटरव्यू के टाइम जो मैं बोला था वो, इसलिए था क्योंकि छह महीने, थोड़े काफी एंटरटेनिंग रहे हैं मेरे लिए, काफी उतार चढ़ाव के साथ रहे हैं, जहां ग्राउंड पर गया हूं और पब्लिक ने बूइंग किया है बहुत सारी चीजें कहीं और हमेशा मैंने माना था कि मैं जवाब अगर दूंगा तो, मैं खेल से दूंगा कभी अपने जवाब से नहीं दूंगा."
हार्दिक पांड्या ने आगे कहा,"मतलब उस टाइम भी स्पीचलेस था, अभी भी स्पीचलेस हूं क्योंकि जो बोलते ना एक आप हमेशा झगड़ते रहते, मैं लाइफ में हमेशा मानता था कि आप यू नो बैटल में लड़ते रहे कभी भी ग्राउंड छोड़के ना जाए क्योंकि यह मुश्किल भी यही दिखाता है और यू नो सक्सेस भी यही दिखाता है. तो विश्वास किया सर कि रहेंगे मेहनत करेंगे और सब टीम प्लेयर्स का सबका कैप्टन कोच सबका सपोर्ट बहुत बढ़िया था और बस प्रिपरेशन किया और तैयारी की और यू नो ऊपर वाले ने तकदीर भी ऐसी दी कि लास्ट ओवर में मौका मिला."
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